Delhi Election 2025 : 'स्कूलों को बम की धमकी' मामले में 'अफजल गुरु' की इंट्री, आतिशी के पिता का नाम लेकर बीजेपी ने लगाए गंभीर आरोप

Delhi Election 2025 : आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी स्कूली बच्चों को धमकियां मिलने के मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है।;

Newstrack :  Network
Update:2025-01-14 20:29 IST

'स्कूलों को बम की धमकी' मामले में 'अफजल गुरु' की इंट्री (Pic- Social Media)

Delhi Election 2025 : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर स्कूली बच्चों को बम की धमकियां मिलने के मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया, जब दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि इसी मामले में गिरफ्तार किए गए छात्र का संबंध एक एनजीओ से है, जो एक राजनीतिक दल का समर्थन करता है।

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी स्कूली बच्चों को धमकियां मिलने के मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है। पहली धमकी मई, 2024 में दी गई थी। लगभग 9 महीने बाद अब दिल्ली पुलिस ने कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। वह अलग-अलग एनजीओ की कहानियां सुना रहे हैं, उन्हें सब पता है। 10 महीने तक कोई जांच नहीं हुई, लेकिन अब चुनाव से 15 दिन पहले वे मनगढ़ंत कहानियां सुना रहे हैं।

क्या ये NGO AAP से जुड़े हैं?

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा था कि कुछ महीने पहले दिल्ली भर के स्कूलों में बम की धमकी वाले कई कॉल और ईमेल आए थे। इससे अभिभावकों और दिल्ली के लोगों में तनाव और डर का माहौल बन गया। जब मामले की गहन जांच की गई, तो पता चला कि ये सभी मैसेज एक ऐसे व्यक्ति से आ रहे थे, जो किशोर है। आगे की जांच से पता चला कि उसका परिवार अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जैसी गतिविधियों में शामिल एनजीओ से जुड़ा था।

उन्होंने कहा था कि फरवरी 2015 में उसकी पुण्यतिथि पर ‘टुकड़े-टुकड़े’ के नारे लगाए गए थे और AAP ने महीनों तक फाइल बंद रखी। क्या ये NGO AAP से जुड़े हैं? दिल्ली की सीएम आतिशी के माता-पिता दोनों ने अफ़ज़ल गुरु की क्षमा याचिका का समर्थन किया, जिससे सीधा संबंध होने का संकेत मिलता है।

उन्होंने आगे कहा था कि क्या AAP शामिल है? मैं अरविंद केजरीवाल से इन लोगों के साथ AAP के संबंधों को स्पष्ट करने का आग्रह करता हूं। यदि किशोर शामिल हैं, तो इन NGO का देश के बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है? AAP से स्पष्ट जवाब की आवश्यकता है, अन्यथा यह और अधिक संदेह पैदा करेगा।

दिल्ली पुलिस ने क्या दावा किया?

दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि 400 से ज़्यादा शहर के स्कूलों में बम की धमकी भेजने के आरोप में पकड़े गए 12वीं कक्षा के एक छात्र का संबंध एक एनजीओ से है, जो एक राजनीतिक पार्टी का समर्थन करता है। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) मधुप तिवारी ने बताया कि हम ईमेल ट्रैक कर रहे थे और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) की वजह से इसकी उत्पत्ति का पता लगाना मुश्किल था। हमें यह भी पता लगाना था कि इसमें कोई आतंकी पहलू तो नहीं है। उन्होंने कहा कि वीपीएन के इस्तेमाल की वजह से सेवा प्रदाता पुलिस की मदद नहीं कर पा रहे थे।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमारी टीमों ने 8 जनवरी को हाल ही में मिले ईमेल के बाद नाबालिग को ट्रैक किया। चूंकि ईमेल भेजने वाला नाबालिग था, इसलिए टीम ने फोरेंसिक जांच के लिए उसका लैपटॉप और मोबाइल फोन अपने पास ले लिया। पुलिस टीमों ने नाबालिग द्वारा भेजे गए 400 धमकी भरे ईमेल ट्रैक किए। उन्होंने उसके पिता की पृष्ठभूमि की भी जांच की, जो एक एनजीओ के साथ काम कर रहे हैं और पता चला कि यह संगठन एक नागरिक समाज समूह का हिस्सा है जो अफजल गुरु की फांसी के मुद्दे को उठाता रहा है और एक राजनीतिक दल की मदद भी कर रहा है।

Tags:    

Similar News