दिल्ली की सड़कों पर नहीं उतरेंगे 4 लाख ऑटो-टैक्सी, हड़ताल पर ड्राइवर, जानिए क्या है वजह

Delhi Auto Drivers Strike: दिल्ली की सड़कों पर दो दिन तक कोई ऑटो नजर नहीं आएगी। यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली-एनसीआर में चक्का जाम और हड़ताल करने का आह्वान किया है।

Newstrack :  Network
Update:2024-08-22 09:01 IST

Delhi Auto Drivers Strike (Pic: Social Media)

Delhi Auto Drivers Strike: दिल्ली में आज और कल ऑटो-टैक्सी ड्राइवरों ने हड़ताल का ऐलान किया है। दो दिन तक सड़क पर कोई भी ऑटो नजर नहीं आएगें। चार लाख ऑटो-टैक्सी के बंद होने से दिल्ली में रहने वाले लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। ऑटो टैक्सी ड्राइवरों की एक यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली-एनसीआर में चक्का जाम और हड़ताल करने का ऐलान किया है। दो दिन यानी 22 और 23 अगस्त को ड्राइवर हड़ताल पर होंगे। हालांकि परिवहन विभाग ने दावा किया है कि इससे ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। लोगों को ज्यादा दिक्कत भी नहीं होगी। 

समस्याओं का हल नहीं निकाल रही सरकार

चालकों का यह हड़ताल ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्टर्स कांग्रेस यूनियन के बैनर तले हो रहा है। दिल्ली-एनसीआर में 22 और 23 अगस्त को दो दिवसीय चक्का जाम और हड़ताल का ऐलान कर दिया गया है। यूनियन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करेंगे। यूनियन के अध्यक्ष किशन वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले कई महीनों से केंद्र और दिल्ली सरकार के अधिकारियों और मंत्रियों को पत्र लिखकर ऑटो टैक्सी चालकों की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए बैठक बुलाने की मांग कर रहे हैं। मगर किसी ने संज्ञान नहीं लिया। चालकों की मांगों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसलिए आज दिल्ली में हड़ताल का ऐलान कर दिया गया है।

इस वजह से हड़ताल का ऐलान

ऑटो चालकों का आरोप है कि सरकारों की शह पर आज दिल्ली में धड़ल्ले से ऐप बेस्ड ऑटो, टैक्सी और टू वीलर्स को चलाया जा रहा है। इनके लिए नियमों को ताक पर रखा जा रहा है। इससे ऑटो और टैक्सी चलाने वालों को काफी दिक्कत हो रही है। साथ ही बड़े पैमाने पर ई-रिक्शा भी चलाए जा रहे हैं। इससे उनके रोजगार पर प्रभाव पड़ रहा है। इसी वजह से आज दिल्ली के ऑटो ड्राइवरों ने हड़ताल का ऐलान किया है। यूनियन के अध्यक्ष किशन वर्मा ने कहा है कि देश के दर्जन भर से ज्यादा ऑटो चालक संगठन इस हड़ताल का साथ दे रहे हैं।   

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