NEET पर संसद में घमासान, राहुल गांधी के बयान पर भड़के शिक्षा मंत्री, बोले- मुझे सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं
Monsoon Session: मानसून सत्र के पहले दिन संसद में नीट पेपर लीक के मुद्दे पर घमासान छिड़ा हुआ है। राहुल गांधी ने परीक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाया। वहीं शिक्षा मंत्री ने पलटवार करते हुए राहुल के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र की शुरुआत आज से हो चुकी है। सत्र के पहले ही दिन संसद के दोनों सदनों में नीट पेपर लीक के मुद्दे को विपक्ष के द्वारा जोरदार तरीके से उठाया गया। इस मुद्दे पर सदन में हंगामा जारी है। कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में NEET पेपर लीक का मुद्दा उठाते हुए कहा कि परीक्षा व्यवस्था में बड़ी खामियां हैं और अगर पैसा हो तो आप कोई भी सीट ले सकते हैं। मंत्री इस समस्या को नहीं समझ पा रहे हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भड़क गए। उन्होंने कहा कि पिछले 7 सालों में एक भी पेपर लीक का सबूत नहीं है।
रिमोट से सरकार चलाने वाले बयान दे रहे हैं: शिक्षा मंत्री
मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में नीट पेपर लीक मामले पर राहुल गांधी ने कहा कि पेपर लीक एक गंभीर मुद्दा है। उन्होंने कहा कि परीक्षा व्यवस्था में बड़ी गड़बड़ी हुई है। शिक्षा मंत्री छात्रों की इस समस्या को नहीं समझ पा रहे हैं। पैसा हो तो आप कोई भी सीट ले सकते हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि उनसे मुझे सर्टिफिकेट लेने की कोई जरूरत नहीं है। मुझे जनता ने चुनकर भेजा है। रिमोट से सरकार चलाने वाले बयान दे रहे हैं। परीक्षा व्यवस्था पर सवाल नहीं होने चाहिए। सिस्टम सुधारने के लिए सुझाव दें।
पीएम मोदी ने मीडिया को किया संबोधित
संसद सत्र से पहले पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण सत्र की शुरुआत हो रही है। सत्र सकारात्मक हो, यह जरूरी है। ये सत्र मजबूत नींव रखने वाला हो। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि कल हम जो बजट पेश करेंगे, वह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट होगा। ये बजट हमारे आने वाले पांच साल की दिशा तय करेगा। ये बजट 2047 के विकसित भारत के सपने मजबूत देने वाला होगा। उन्होंने आगे कहा कि हर देशवासी के लिए बड़े गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश है।