कोतवाली में ही बीवी को दिया तीन तलाक, न्याय के लिए भटक रही पीड़िता

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में तीन तलाक का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कोतवाली के अंदर ही एक शख्स ने अपनी बीवी को तीन तलाक दे दिया। तलाक देने के बाद पति ने अपनी बीवी और तीन बच्चों से भी नाता तोड़ लिया है।

Update: 2019-01-19 07:03 GMT
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बलरामपुर: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में तीन तलाक का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कोतवाली के अंदर ही एक शख्स ने अपनी बीवी को तीन तलाक दे दिया। तलाक देने के बाद पति ने अपनी बीवी और तीन बच्चों से भी नाता तोड़ लिया है। लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मी सिर्फ हंसते रहेपीड़िता ने थाने में तहरीर भी दी, लेकिन कोतवाली उतरौला पुलिस ने न तो उसका मुकदमा दर्ज किया और ना ह उसके शौहर के खिलाफ कोई कार्रवाई की।

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आपसी विवाद को सुलझाने कोतवाली पहुंचा था दंपत्ति

दरअसल बलरामपुर जिले के उतरौला कोतवाली में आपसी विवाद को सुलझाने के लिए पीड़िता को बुलाया गया था। नाराज पति ने थाने में ही पत्नी को तलाक तलाक तलाक बोलकर तीन तलाक दे दिया। इसके बाद से पीड़िता कोतवाली से लेकर जिले के आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रही है। पीड़िता न्याय के लिए भटक रही है। पीड़िता ने अपनी सास और ससुर पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया है।

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12 साल पहले हुई थी शादी

सीतापुर के महमूदाबाद की रहने वाली रुमैशा खातून की शादी 12 वर्ष पूर्व उतरौला के परवेज अहमद के साथ हुई थी। दोनों के तीन बच्चे भी हैं। रुमैशा खातून का आरोप है कि उसकी सास और पति अक्सर दहेज के लिये प्रताड़ित करते थे। पुलिस को दिये गये प्रार्थनापत्र में रुमैशा ने आरोप लगाया है कि उसका पति परवेज किसी दूसरी औरत से शादी करना चाहता है। एक दिन उसके जेठ ने उसके जेवर मांगे जिसपर विवाद बढ़ गया और इसी मामले को लेकर दोनों पक्ष कोतवाली उतरौला पहुंचे। जहां पुलिस के सामने नाराज परवेज ने रुमैशा को तीन तलाक दे दिया।

पत्नी और बच्चों अलग रह रहा है पति

तलाक के बाद परवेज अपनी पत्नी रुमैशा और तीन बच्चों से अलग रहने लगा है। रुमैशा खातून अब न्याय पाने के लिये पुलिस थाने से लेकर महिला आयोग तक की चक्कर लगा रही है, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नही हो रही है। पीडिता का आरोप है कि उसका पति रसूखदार है इसलिये पुलिस उसपर हाथ डालने के बजाय उसका संरक्षण कर रही है। रुमैशा ने थाने में कई बार प्रार्थापत्र दिया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस दौरान पुलिस वालों ने उससे बदसलूकी भी की जबरन उसका नकाब भी उतरवा दिया था।

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जिले के पुलिस कप्तान अमित कुमार का इस मामले में बयान भी अजीब है। उनका कहना है कि तलाक देने वाला तो कहीं भी तलाक दे सकता है चाहे वह पुलिस थाना हो या एसपी का आफिस।

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