ED Raid in Chhattisgarh: ED की छत्तीसगढ़ में बड़ी कार्रवाई, सीएम भूपेश बघेल के करीबियों पर छापा
ED Raid in Chhattisgarh: प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने मंगलवार तड़के छत्तीसगढ़ के कई शहरों में एक साथ छापेमारी की है।
ED Raid in Chhattisgarh: प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने मंगलवार तड़के छत्तीसगढ़ के कई शहरों में एक साथ छापेमारी की है। खबरों के मुताबिक, जांच एजेंसी ने राजधानी रायपुर, रायगढ़, बिलासपुर और महासमुंद जिले में कई कारोबारियों, अधिकारियों और सीए के ठिकानों पर छापा मारा है। ईडी के अधिकारी कल रात ही इन शहरों में पहुंच चुके थे। आज सुबह तड़के पांच बजे उन्होंने अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। छापा मारने वाली टीम के साथ सीआरपीएफ के जवान भी मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि जिन अधिकारियों के यहां ईडी ने रेड मारी है, वे सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी हैं। अधिकारियों और कारोबारियों के घरों को खंगाला जा रहा है। जांच एजेंसी को इन अधिकारियों और कारोबारियों को लेकर करोड़ों रूपये के अवैध लेनदेन की सूचना मिली थी। इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने अलग – अलग टीम बनाकर इसकी जांच शुरू कर दी है।
आईएएस, आईपीएस, नेता और कारोबारियों के ठिकानों पर दबिश
ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ आईएएस, आईपीएस अधिकारियों और अवैध खनन से जुड़े कई कारोबारियों के आवास और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ छापेमारी चल रही है। इनमें रायगढ़ के डीएम रानू साहू, आईएस समीर बिश्नोई, खनन विभाग के प्रमुख जेपी मौर्य, सीएमओ की सचिव सौम्या चौरसिया, विधायक अग्नि चंद्राकर, कोयला व्यापारी और कांग्रेस नेता सूर्यकांत तिवारी शामिल हैं। इससे पहले सीएमओ की उप सचिव सौम्या चौरसिया और व्यापारी सूर्यकांत तिवारी पर आईटी और ईडी की रेड पड़ चुकी है।
कोयला खनन के अलावा कंस्ट्रक्शन से जुड़े कारोबारियों के यहां भी प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा है। अधिकारियों को इन संबंधित लोगों के पास से करोड़ों के अवैध लेनदेन का इनपुट मिला था इसी की जांच की जा रही है। वहीं, कांग्रेस पार्टी और सीएम बघेल के करीबियों के खिलाफ चल रही इस कार्रवाई पर अभी तक सत्तारूढ़ दल की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बिहार में एसपी के ठिकाने पर पड़े छापे
स्पेशल विजिलेंस यूनिट मंगलवार सुबह पूर्णिया के एसपी दया शंकर व सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह के 8 ठिकाने पर एक साथ रेड किया हैं। आईपीएस दया शंकर के यहां आय से अधिक 71 लाख 42 हजार रूपये के सबूत मिले थे। एसवीयू ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर कोर्ट से सर्च वारंट मिलने के बाद कार्रवाई किया हैं। बता दें कि दया शंकर , 2016 बैच के आईपीएस अफसर हैं। पूर्णिया से पहले वो शेखपुरा में तैनात थे। इनका पदस्थापन विवादित रहा है और लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलती रही हैं। एसवीयू में मिल रही शिकायतें के बाद एडीजी नैय्यर हसनैन खां ने एक जांच टीम गठित किया था। जांच में यह पुष्टि हुई की आईपीएस दया शंकर ने कई चल -अचल सम्पत्ति बनाया है जो इनके आय श्रोत से अधिक हैं।
प्रथम दृष्टा में यह मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा और आय से अधिक पाया गया है। प्राथमिक जांच में 71 लाख 42 हजार के सबूत एसवीयू के हाथ लगा हैं । कोर्ट से सर्च वारंट मिलने के बाद एसवीयू की टीम ने मंगलवार के सुबह से ही पूर्णिया एसपी दया शंकर के पटना और पूर्णिया स्थित घर आदी जगहों पर रेड किया हैं । जो देर तक चलने की सम्भावना है। इनसे जुड़े लोग और भ्रष्टाचार में साथ देने वाले से ही एसवीयू की टीम पूछताछ कर सकती है। देखा जाएं तो लंबे समय के बाद बिहार के किसी आईपीएस के ठिकाने पर रेड हो रही है। एसवीयू के कार्रवाई के बाद भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारियों में हलचल हो गया है।
वहीं टीम ने एसपी दया शंकर के करीबी माने जाने वाले सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह के गांधीनगर स्थित आवास व सदर थाना स्थित कार्यालय व आवास पर भी पहुंचकर छापेमारी कर रही है। वैसे जांच अधिकारी अभी कुछ भी कहने से बच रहे है।