Haryana News: कन्या भ्रूण हत्या मामले में डिप्टी सिविल सर्जन सस्पेंड, जानें पूरा मामला
Haryana News: हरियाणा में कन्या भ्रूण हत्या से जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है।;
Haryana News: हरियाणा में बड़े पैमाने पर कन्या भ्रूण हत्या के लिए अवैध नेटवर्क चल रहा है। इस बात का खुलासा एक मीडिया चैनल द्वारा हिसार में हुए स्टिंग ऑपरेशन से सामने आया है। यहां महिलाओं की कोख में ही बेटियों को मारने के लिए पैकेज बनाए गए हैं। यहां मात्र 2 लाख रुपये का एक पैकेज है, जिसमें गर्भवती महिला के कोख में पल रहे बच्चे की लिंग जांच करवाना और बेटी होने पर गर्भपात कराया जा रहा है।
कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए बनाया कानून, फायदा नहीं
साल 1994 में PC-PNDT एक्ट लागू किया गया था, ताकि कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सके। इस एक्ट का मकसद पेट में पल रहे बच्चे के लिंग का पता लगाने या उसके खुलासे को रोकना था। लेकिन यह एक्ट कागज तक ही सीमित रह गया और बेटियों को बचाने में कामयाब नहीं हो पाया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आज भी हरियाणा और उसके आसपास के इलाकों में कन्या भ्रूण हत्या के लिए अवैध नेटवर्क चल रहा है, जो काफी बड़ा और मजबूत है।
खुलासा होने पर सरकार ने लिया एक्शन
हरियाणा में चल रहे इस अवैध कार्य का खुलासा होने पर सरकार ने अब कन्या भ्रूण हत्या पर संज्ञान लेते हुए हिसार के डिप्टी सिविल सर्जन कम नोडल ऑफिसर (PNDC) डॉ. प्रभु दयाल को सस्पेंड कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने आदेश जारी किया है, जिसमें डॉ. प्रभु के सस्पेंड होने की जानकारी दी गई है, साथ ही बताया गया है कि सस्पेंड के दौरान वह भिवानी में तैनात रहेंगे। इसके अलावा सरकार ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए स्टेट टास्क फोर्स का गठन भी किया है।
हालांकि, सरकार के इस कदम से लोग खुश नहीं हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने डॉ. प्रभु दयाल को ईमानदार और अच्छा अधिकारी बताते हुए कहा कि सरकार गर्भपात कराने वाले माफियाओं और इस कार्य में शामिल लोगों को सजा देने की बजाय ईमानदार अफसरों को सजा दे रही है।