दूसरी तिमाही में 7.1 फीसदी रही जीडीपी, मोदी सरकार फिर कटघरे में
बात-बात पर पूर्व की यूपीए सरकार को घेरने वाली मोदी सरकार इस बार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों में उलझ गई है। वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था के विकास की रफ्तार घटकर 7.1 प्रतिशत हो गई है।;
नई दिल्ली : बात-बात पर पूर्व की यूपीए सरकार को घेरने वाली मोदी सरकार इस बार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों में उलझ गई है। वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था के विकास की रफ्तार घटकर 7.1 प्रतिशत हो गई है। जो पहली तिमाही में 8.2 प्रतिशत थी। हालांकि एक साल पहले इसी तिमाही में ये 6.3 प्रतिशत थी।
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सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) पहली तिमाही के 8 प्रतिशत के मुकाबले 6.9 प्रतिशत रहा। आपको बता दें, जीवीए आपूर्ति पक्ष से अर्थव्यवस्था का नजारा पेश करता है, वहीं जीडीपी उपभोक्ता पक्ष दिखाती है।
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आरबीआई रिपोर्ट की बात करें तो इसमें विकास दर 7.5 से 7.6 फीसदी रहने का अनुमान था। वहीँ सरकारी आकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में आठ कोर सेक्टर्स में वृद्धि दर 4.8 प्रतिशत रही, जो सितंबर में 4.3 प्रतिशत थी।