जब नेता पार्टी बदलते हैं तो बेइमानी की राजनीति शुरू होती है: शांता कुमार

हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने शनिवार को शत्रुघन सिन्हा के कांग्रेस में जाने के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी बदलना बेइमानी की राजनीति है। कुमार ने सिन्हा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री सुखराम के भी कांग्रेस में शामिल होने पर उनकी आलोचना की।

Update: 2019-04-06 16:34 GMT

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने शनिवार को शत्रुघन सिन्हा के कांग्रेस में जाने के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी बदलना बेइमानी की राजनीति है। कुमार ने सिन्हा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री सुखराम के भी कांग्रेस में शामिल होने पर उनकी आलोचना की। उन्होंने मांग की कि सुखराम के बेटे अनिल शर्मा को भाजपा नीत राज्य सरकार में मंत्री पद छोड़ देना चाहिए।

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कुमार ने कहा कि वह सिन्हा के कांग्रेस में जाने से दुखी हैं। उन्होंने कहा, ''मैं 1980 के दशक से शत्रुघन सिन्हा के परिवार से व्यक्तिगत रूप से जुड़ा रहा हूं। मैंने शत्रु और उनकी पत्नी पूनम से कई बार भाजपा नहीं छोड़ने को कहा था।''

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भाजपा नेता ने कहा, ''जब नेता पार्टी बदलते हैं तो बेइमानी की राजनीति शुरू होती है। पार्टी बदलने का चलन राजनीति को बहुत नुकसान पहुंचा रहा है।''

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