भोपाल : मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेता और जिम्मेदार पदों पर बैठे प्रतिनिधि भी मानने लगे हैं कि केंद्र सरकार द्वारा अधिरोपित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) मुसीबत बढ़ाने वाला है। राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष डॉ. हितेश वाजपेयी ने एक ट्वीट कर गाय की दवाओं और गौशाला के उपकरणों पर जीएसटी को डेयरी कारोबारियों के लिए मुसीबत बताया है।
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डॉ. वाजपेयी ने ट्वीट में स्वयं को डेयरी कारोबारी बताते हुए लिखा है, "मैं स्वयं डेयरी संचालक भी हूं, और इस व्यवसाय से जुड़े किसानों की चुनौतियां जानता हूं। जीएसटी की वजह से दिक्कतें आ रही हैं।"
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उन्होंने आगे लिखा, "गायों की दवाओं पर जीएसटी निम्नतम या शून्य होना चाहिए, जो कि अभी 18 प्रतिशत है, इस समुदाय पर यह अतिरिक्त आर्थिक भार है। इसके अलावा गौशाला में इस्तेमाल हो रहे उपकरणों पर जीएसटी पहले की कर व्यवस्था में छह प्रतिशत थी, जो बढ़कर 28 प्रतिशत तक हो गई है।"
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इसी ट्वीट में डॉ. वाजपेयी ने लिखा है, "गायों के दूध उत्पादन को आयकर से मुक्त होना चाहिए जो कि अभी कर के दायरे में आता है। इससे हम गाय को अन्य दुधारू पशुओं से न केवल पृथक कर पाएंगे, अपितु उनके संरक्षण को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
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डॉ. वाजपेयी ऐसे पहले नेता नहीं हैं, जिन्होंने ट्वीट कर अपनी ही सरकार को घेरा हो, इससे पहले मंत्री कुसुम महदेले बुंदेलखंड की सड़कों की दुर्दशा और रीवा से भोपाल जाने वाली रेवांचल एक्सप्रेस में गंदगी को लेकर ट्वीट कर चुकी हैं। इससे सरकार की खूब किरकिरी हुई थी।
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