Rapid Train: दिल्ली से मेरठ 55 मिनट में ,180 KMPH की रफ्तार से दौड़ेगी स्वदेश निर्मित ट्रेन, अगस्त में होगा ट्रायल रन
Rapid Train: देश की पहली रैपिड ट्रेन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से होकर उत्तर प्रदेश स्थित एनसीआर क्षेत्र मेरठ तक का सफर तय करेगी।
Rapid Train: दिल्ली स्थित सरांय काले खां से होकर मेरठ के मोदीपुरम तक की यात्रा तय करने वाली भारत की पहली रैपिड ट्रेन (India first Rapid Train) सरकार को मिल गई है। यह ट्रेन उत्तर प्रदेश और दिल्ली के बीच पूर्ण रूप से चालु होकर कुल 82.15 किमी की दूरी तय करेगी तथा साथ ही इसके एलिवेटेड हिस्से की लंबाई 68.03 किमी होगी। आगामी अगस्त 2022 में ट्रेन के ट्रायल रन के बाद इसे 2023 में आम जन के लिए चालू कर दिया जाएगा। हालांकि, इस बीच शुरुआती तौर पर 2023 में यह रैपिड ट्रेन साहिबाबाद से दुहाई तक की 17 किमी दूरी तय करेगी तथा दिल्ली से मेरठ तक का रैपिड ट्रेन मार्ग का निर्माण 2025 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जानें क्या रहेगा ट्रेन का रनिंग मार्ग
देश की पहली रैपिड ट्रेन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से होकर उत्तर प्रदेश स्थित एनसीआर क्षेत्र मेरठ तक का सफर तय करेगी। जिसमें 14.12 किमी का अंडरग्राउंड रनिंग मार्ग होने के साथ ही दिल्ली में 14 किमी और उत्तर प्रदेश में कुल 68 किमी रनिंग मार्ग निर्धारित किया गया है। 2023 में पहले चरण के तहत 17 किमी मार्ग शुरू करने के साथ आगामी 2025 तक पूर्ण रैपिड ट्रेन मार्ग निर्मित करने की सम्भवना है।
दिल्ली से मेरठ के मार्ग में होंगे कुल 24 स्टेशन
रैपिड ट्रेन का पहला स्टेशन दिल्ली स्थित सरांय काले खां होगा वहीं अन्तिम स्टेशन मेरठ के मोदीपुरम होगा। इसके अलावा दोनों स्टेशनों के बीच में 22 अन्य स्टेशन पड़ेंगे, जिसमें क्रमानुसार न्यू अशोक नगर, आनंद विहार, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मुरादनगर डिपो, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नार्थ, मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौराली मेट्रो और मेरठ नार्थ स्टेशन शामिल हैं।
पीएम मोदी ने 2019 में किया था परियोजना शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2019 को दिल्ली से मेरठ यात्रा के लिए रॉइड ट्रेन परियोजना का शिलान्यास किया था। इस ट्रेन का निर्माण गुजरात के सांवली स्थित अल्स्टोम कंपनी द्वारा किया गया है। रैपिड ट्रेन के पहले सेट के निर्माण के बाद इसे भारत सरकार को सौंप दिया गया है जिसके बाद अगस्त में ट्रेन का परीक्षण कर इसे अगले वर्ष आम जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा। इस परियोजना की कुल लागत ₹30,274 करोड़ निर्धारित की गई है।
180 किमी प्रति घंटा की गति के साथ सुविधाएं रहेंगी मौजूद
रैपिड ट्रेन की गति 180 किमी प्रति घंटा बताई जा रही है। जिसके चलते निर्धारित दूरी को बेहद ही कम समय में तय कर लिया जाएगा। बेहतर स्पीड के साथ ट्रेन में यात्रियों को वाईफाई की सुविधा के साथ प्रत्येक सीट पर एक डिस्प्ले और चार्जिंग सॉकेट प्रदान किया जाएगा। साथ ही महिला यात्रियों के लिए एक कोच आरक्षित होगा यही बैठक के लिए बेहतर गुणवत्ता की गद्दे वाली सीटें दी जाएंगी।
डिजिटल टिकट के ज़रिए होगी यात्रा
यात्रियों को इस ट्रेन में सफर करने के लिए डिजिटल माध्यम वाली QR कोड टिकट लेना होगा, जिसे आसानी से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) की वेबसाइट या मोबाइल एप से खरीदा जा सकेगा। ऑनलाइन टिकट खरीदने के बाद आप प्रवेश के दौरान टिकट स्कैन कराकर आसानी से यात्रा कर सकते हैं।