Cyclone Biprajoy: चक्रवाती तूफान ने लिया यू टर्न, संभावित खतरे को देख रेलवे अलर्ट मोड पर...लैंडस्लाइड का अलर्ट
Cyclone Biporjoy: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय जो पाकिस्तान की तरफ जाने वाला था, अब गुजरात की तरफ मुड़ गया है। संभावित खतरों को लेकर इंडियन रेलवे ने कमर कस ली है। रेलवे अलर्ट मोड पर है।
Cyclone Biprajoy: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biporjoy) का खतरा बढ़ता जा रहा है। अब यह अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) में बदल चुका है। इसके 15 जून को गुजरात के कच्छ जिले तक पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो सबसे अधिक खतरा 15 जून को ही है। IMD ने सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए चक्रवात के संबंध में एक अलर्ट भी जारी किया है। इस बीच, भारतीय रेलवे भी अलर्ट मोड पर है। रेलवे संभावित खतरों से निपटने के लिए कमर कस रही है।
आपको बता दें, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय पहले पाकिस्तान (Pakistan) की तरफ जाने वाला था, अब उसने अपनी दिशा बदल दी है। मौसम विभाग के मुताबिक, बिपरजॉय पूर्व की तरफ मुड़ गया है। वह अब गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने 15 जून को भूस्खलन (landslide) का अलर्ट भी जारी किया है।
IMD का अलर्ट, कहां होगी तेज बारिश
मौसम विभाग ने 15 जून को लैंडस्लाइड का अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुसार, 15 जून की दोपहर चक्रवाती तूफान गंभीर रूप अख्तियार कर लेगा। तूफान के सौराष्ट्र एवं कच्छ तथा मांडवी (गुजरात) के तटों से गुजरने की संभावना है। 15 जून, 2023 के लिए मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी किया है। ये भी बताया गया है कि किन जगहों पर तेज बरसात होगी।
मौसम विभाग का गुजरात के लिए अलर्ट
भारत स्थित क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्र ने अपने बुलेटिन के माध्यम से संभावना जताई है। जिसमें कहा है कि इस दौरान 2 से 3 मीटर की तूफानी लहरें चलेंगी। छप्पर वाले घरों को विशेष तौर पर खतरा रहेगा। पक्के घरों तथा सड़कों को भी नुकसान की आशंका है। इसके साथ बाढ़, खड़ी फसलों, बागों सहित रेलवे को भी नुकसान का अनुमान जताया गया है। विभाग ने बिजली लाइनों और उत्तरी भारत में 'सिग्नलिंग सिस्टम' के बाधित होने की आशंका जाहिर की है।
रेलवे, बिजली, फसल, फोन टॉवर को नुकसान का अनुमान
मौसम विज्ञान महानिदेशक, IMD डॉ. मृत्युंजय महापात्रा (Dr. Mrityunjay Mohapatra) ने बताया कि 'चक्रवात बिपरजॉय 15 जून की दोपहर कच्छ तट को पार करेगा। उस दौरान इसकी रफ्तार 125-135 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है। 15 जून को सबसे अधिक खतरा है। संभावित क्षेत्र के लोग घर के भीतर सुरक्षित स्थान पर रहें। तूफान आने से पेड़, बिजली के खंबे, सेल फोन टॉवर उखड़ने और रेलवे की सुविधाएं बाधित होने की आशंका जताई है।'
मौसम विभाग के संभावना जाहिर करने के बाद रेलवे अलर्ट मोड पर है। रेलवे की क्या योजनाएं हैं उसे अभी जाहिर नहीं किया गया है। तूफान का असर महाराष्ट्र में भी व्यापक देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कुछ शहरों के लिए एडवाइजरी जारी की। इनमें रत्नागिरी, रायगढ़, ठाने, पालघर और कोल्हापुर शामिल हैं। इस क्षेत्र में रेलवे का बड़ा जाल है। यहां भूस्खलन की संभावना को देखते हुए इंडियन रेलवे अलर्ट है।