कंचनजंघा एक्सप्रेस हादसा: टक्कर मारने वाली मालगाड़ी ने की सिग्नल की अनदेखी
Kanchanjunga Express Accident: मालगाड़ी के लोको ड्राइवर ने लाल सिग्नल की अनदेखी की और अच्छी खासी स्पीड में ट्रेन आगे बढ़ा कर कंचनजंघा एक्सप्रेस में पीछे से टक्कर मार दी।
Kanchanjunga Express Accident: पश्चिम बंगाल में सियालदह जा रही कंचनजंघा एक्सप्रेस में पीछे से एक मालगाड़ी की टक्कर में कई लोग मारे गए हैं और तीस से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ये हादसा नार्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) के कटिहार डिवीजन में फ़ांसीदेवा और रंगापनी स्टेशनों के बीच हुआ है। 13174 कंचनजंघा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदह जा रही थी।
क्या है वजह
इस हादसे की पूरी वजह तो रेलवे संरक्षा आयुक्त की जांच के बाद ही पता चलेगी लेकिन फिलहाल यही बताया गया है कि मालगाड़ी के लोको ड्राइवर ने लाल सिग्नल की अनदेखी की और अच्छी खासी स्पीड में ट्रेन आगे बढ़ा कर कंचनजंघा एक्सप्रेस में पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर से एक्सप्रेस ट्रेन के तीन डिब्बे डिरेल हो गए, एक डिब्बा मालगाड़ी के इंजन के इम्पैक्ट से उसके ऊपर चढ़ गया। ये हादसा सुबह 9 बजे के आसपास हुआ।
- कंचनजंगा एक्सप्रेस के पिछले हिस्से में पार्सल वैन और गार्ड वैन होने के कारण हताहतों की संख्या में भारी कमी आई है। अगर पीछे ये डिब्बे न होते तो भारी संख्या में मौतें हो जातीं।
- कंचनजंगा एक्सप्रेस एक दैनिक ट्रेन है जो पश्चिम बंगाल राज्य को पूर्वोत्तर के अन्य शहरों से जोड़ती है। इसका इस्तेमाल अक्सर पर्यटक दार्जीलिंग जाने के लिए करते हैं। इस सीजन में इस ट्रेन में पर्यटकों की भारी भीड़ होती है।
- एक्सप्रेस ट्रेन में टक्कर मारने वाली मालगाड़ी में कंटेनर लदे हुए थे और ये ट्रेन अच्छी खासी स्पीड में चल रही थी।
- इस रूट पर टक्कर रोधी "कवच" सिस्टम अभी लगाया नहीं गया है। अगर ये सिस्टम होता तो एक निश्चित दूरी पर मालगाड़ी में ऑटोमैटिक ब्रेक लग जाता।
- कवच सिस्टम न होने की वजह से ही पिछले साल कोरोमंडल एक्सप्रेस का भयानक हादसा हुआ था।
- ट्रेन ड्राइवरों द्वारा सिग्नल की अनदेखी की वजह से तमाम हादसे हो चुके हैं।