Karnataka Hijab Controversy: ‘हिजाब पर से प्रतिबंध अभी नहीं हटाया गया’, विवाद के बाद कर्नाटक सरकार ने लिया यू-टर्न

Karnataka Hijab Controversy: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगे बैन पर बड़ा बयान दिया है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-12-26 02:57 GMT

karnataka Deputy CM DK Shivkumar   (PHOTO: social media )

Karnataka Hijab Controversy: कर्नाटक में हिजाब एकबार फिर बड़ा सियासी मुद्दा बनता जा रहा है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पिछले दिनों शिक्षण संस्थानों में हिजाब पर लगे बैन को हटाने की बात कह इस जिन्न को फिर से बोतल से निकाल दिया। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी की ओर से इसका कड़ा विरोध किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव से ऐन पहले हिजाब को लेकर बढ़ रहे बवाल पर अब कर्नाटक की कांग्रेस सरकार यू-टर्न लेती नजर आ रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगे बैन पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने फिलहाल इस बारे में कुछ सोचा नहीं है। सीएम सिद्धारमैया ने केवल इतना कहा है कि इस पर चर्चा की जाएगी। बस इतनी सी बात है, मगर इसे बिना वजह बड़ा बनाया जा रहा है। शिवकुमार का ये बयान दर्शाता है कि बीजेपी के हमले के बाद कांग्रेस बचाव के मुद्रा में आ गई है।

ओवैसी ने सिद्धारमैया पर साधा निशाना

कर्नाटक के स्कूल-कॉलेजों में हिजाब पर लगे बैन के खिलाफ एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी भी रहे हैं। उन्होंने राज्य में अब तक प्रतिबंध न हटाने को लेकर कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है। ओवैसी ने कहा, 7 महीने हो गए लेकिन ये ऑर्डर नहीं निकाल पा रहे हैं। कोई ड्रेस कोड नहीं होगा यही ऑर्डर निकालना है लेकिन ये भी इनसे नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री एक जनसभा में कहते हैं कि जिसको जो पहनना है पहने और वही बात मीडिया के सामने कहते हैं। हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि आप तुरंत ऑर्डर निकाले और हिजाब पर पाबंदी खत्म करें ।

क्या कहा था सिद्धारमैया ने ?

मुख्यमंत्री एस सिद्धारमैया ने 22 दिसंबर को एक सार्वजनिक बैठक के दौरान कहा कि हिजाब पर अब कोई प्रतिबंध नहीं है, महिलाएं अब हिजाब पहनकर जा सकती हैं। मैंने प्रतिबंध आदेश वापस लेने का निर्देश दिया है। पोशाक और भोजन का चुनाव आपकी पसंद है तो मैं क्यों रोकूं ? जो चाहो खाओ। मैं जो चाहूं मैं खाऊंगा, तुम जो चाहो तुम खाओ। मैं धोती पहनता हूं, तुम शर्ट पेंट पहनते हो तो इसमें गलत क्या है ? इसके बाद उन्होंने बीजेपी के हमले पर पलटवार करते हुए कहा कि वे कहते हैं कि सबका साथ – सबका विकास। लेकिन टोपी, बुर्का और दाढ़ी रखने वालों को दरकिनार कर देते हैं। क्या उनका यही मतलब है ?

गिरिराज सिंह ने कहा था, शरिया कानून लाना चाहती है कांग्रेस

सीएम सिद्धारमैया के बयान पर सबसे तीखा रिएक्शन केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायरब्रांड लीडर गिरिराज सिंह का आया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने शरिया कानून के तहत हिजाब पर से बैन हटाया है। हिजाब पर से प्रतिबंध हटाने का फैसला दिखाता है कि अगर देश में इंडिया गठबंधन और राहुल गांधी की सरकार बनी तो इस्लामिक कानून लागू किया जाएगा।

बता दें कि 2022 में कर्नाटक के एक कॉलेज में हिजाब को लेकर विवाद होने के बाद तत्कालीन भाजपा सरकार ने पूरे राज्य के शिक्षण संस्थानों में इसे पहनने पर रोक लगा दिया था। तब सरकार की ओर से कहा गया कि शिक्षण संस्थानों के ड्रेस कोड सभी छात्र-छात्राओं पर सामान रूप से लागू होंगे। कर्नाटक हाईकोर्ट ने भी सरकार के ही पक्ष में फैसला सुनाया। फिलहाल ये मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।

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