NPR का मुस्लिमों में खौफ: यहां पैसा निकालने की मारामारी, खाली किये बैंक एकाउंट
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के हाल ही में नैशनल पॉप्युलेशन रजिस्टर (एनपीआर) को बैंक खाता खोलते समय नो योर कस्टमर वेरिफिकेशन में वैध दस्तावेज के रूप में शामिल किए जाने के बाद तमिलनाडु के एक गांव में भगदड़ सी मच गई है।
आरबीआई के फैसले के बाद सेंट्रल बैंक की एक स्थानीय शाखा ने विज्ञापन जारी कर कहा कि केवाईसी वेरिफिकेशन में अब एनपीआर को स्वीकार किया जाएगा। बैंक के इस ऐलान के बाद राज्य के कयालपत्तिनम गांव के मुस्लिम लोग भयभीत हो गए और उन्हों ने पैसे निकालना शुरू कर दिया।
सैकड़ों की संख्या में लोग लाइन में लग गए ताकि बैंक से पैसे निकाल सकें। बताया जा रहा है कि लाइन में लगे लोगों में ज्यादातर मुस्लिम थे। इस दौरान लोगों को नोटबंदी के दौरान हुए बुरे अनुभवों का भी डर सता रहा था। बैंक में भारी भीड़ देखकर बैंककर्मी असहाय नजर आए और वे लोगों को यह समझा नहीं सके कि क्योंन आरबीआई ने एनपीआर को इस लिस्टर में शामिल किया है।
ये भी पढ़ें...हम NPR, CAA और NRC का हम हमेशा से विरोध करते रहेंगे- मौलाना यासूब अब्बास
अफवाह के बाद लोगों में डर
कयालपत्तिनम में रहने वाले पेशे से वकील अहमद साहिब ने को बताया कि हमारी सेंट्रल बैंक से कोई दुश्मनी नहीं है, बस लोग इस बात से डर गए थे कि कहीं बैंक KYC के लिए NPR को अनिवार्य न कर दे। इसी के चलते लोग परेशान हो गए और ज्यादातर सभी लोगों ने बैंक में जमा पैसे निकाल लिए।
साहिब बताते हैं कि उन्होंने खुद भी अपने अकाउंट में जमा 3.50 लाख रुपये निकाल लिए हैं। उन्होंने बताया कि उनकी जान-पहचान वाले सभी लोगों ने भी ऐसा ही किया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक CAA को लेकर लोगों में पहले ही कई तरह का शक है ऐसे में बैंक के नोटिफिकेशन को लेकर कई तरह की अफवाहें फ़ैल गईं। हालांकि सेंट्रल बैंक इस पूरी घटना के बाद हरक़त में आया और उसके अधिकारियों ने घर-घर जाकर लोगों को समझाना शुरू किया है।
ये भी पढ़ें...अखिलेश यादव ने BJP और Yogi Sarkar के खिलाफ बोला- CAA, NRC, NPR गरीबों के खिलाफ है
बैंक के अधिकारियों ने कहा- NPR ज़रूरी नहीं
सेंट्रल बैंक के अधिकारियों ने बताया- NPR एक संवेदनशील मसला है और इसीलिए कयालपत्तिनम के लोग परेशान हैं। हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है। हमने इलाके में ऐसे पोस्टर्स लगाए हैं जिनमें NPR के बारे में जानकारी दी गई है और लोगों से अपील की है कि इससे न घबराएं। हमने ये भी स्पष्ट किया है कि NPR सिर्फ ऑप्शनल है ये अनिवार्य नहीं है। हमने इस संदेश को एक ऑटो और लाउडस्पीकर के जरिए लोगों तक पहुंचाने का इंतज़ाम भी किया है।
इलाके में ही मौजूद केनरा बैंक के अधिकारियों ने भी कहा कि ।अनिवार्य नहीं है। केनरा बैंक के सीईओ शंकरा नारायण ने बताया कि KYC के NPR की कोई ज़रुरत ही नहीं है। बैंक को इसके लिए सिर्फ आधार या पैन कार्ड की ज़रुरत होती है. ये कागजात बैंक में अकाउंट होने या नया अकाउंट खोलने के लिए काफी होते हैं। RBI ने इसके बारे में स्पष्ट नियम बनाए हैं।
ये भी पढ़ें...एनपीआर के आधार पर देशव्यापी एनआरसी का कोई प्रस्ताव नहीं: प्रकाश जावेड़कर