Khalistani Terrorist Pannu: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू ने फिर उगला जहर, इजरायल-हमास युद्ध के बहाने भारत को दी धमकी

Khalistani Terrorist Pannu: इस बार खालिस्तानी आतंकी ने वर्तमान में चल रहे इजरायल-हमास युद्ध के बहाने भारत को धमकी दी है। जिसमें वह भारत से पंजाब को आजाद करने की मांग कर रहा है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-10-11 09:48 GMT

Khalistani terrorist Gurpatwant singh Pannu  (photo: social media )

Khalistani Terrorist Pannu: प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का मुखिया और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एकबार फिर विदेशी धरती से भारत के खिलाफ जहर उगला है। इस बार खालिस्तानी आतंकी ने वर्तमान में चल रहे इजरायल-हमास युद्ध के बहाने भारत को धमकी दी है। उसकी ये धमकी भी बाकी धमकियों की तरह वीडियो के रूप में सामने आई है। जिसमें वह भारत से पंजाब को आजाद करने की मांग कर रहा है।

गुरपतवंत सिंह पन्नू वीडियो में कहता है – पंजाब से फिलिस्तीन तक अवैध कब्जे में रहने वाले लोग प्रतिक्रिया देंगे और हिंसा का जवाब हिंसा ही होगी। अगर भारत ने पंजाब पर कब्जा बरकरार रखा तो हिंसा होगी और इसके लिए जिम्मेदार भी भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे। उसने दावा किया कि पंजाब की मुक्ति निश्चित है। पन्नू ने कहा कि एसएफजे बैलेट और वोट में विश्वास रखता है।

निज्जर की हत्या का बदला लिया जाएगा

वीडियो में आतंकी पन्नू कैमरे की ओर इशारा करते हुए भारत को धमकी देते हुए कहता है, बैलेट ऑर बुलेट ? चुनाव भारत को करना है। आगे वह कहता है कि एसएफजे खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का बदला भारत से जरूर लेगा। दरअसल, निज्जर कांड को लेकर ही इन दिनों भारत और कनाडा के कूटनीतिक संबंधों में बड़ी दरार आई हुई है। जिसका फायदा कनाडा और अन्य पश्चिमी देशों में रह रहे सिख चरमपंथी उठाने की कोशिश कर रहे हैं।

आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू भी उन्हें में से एक है। जो इस मामले के बाद से लगातार भारत के खिलाफ जहर उगलने वाला वीडियो जारी कर रहा है। इतना ही नहीं वह कनाडा में रह रहे हिंदुओं को भी धमका चुका है। बीते दिनों उसने अहमदाबाद में होने वाले भारत-पाकिस्तान विश्व कप मैच को निशाने बनाने की धमकी दी थी। जिसके बाद उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू ?

गुरपतवंत सिंह पन्नू मूलरूप से अमृतसर के खानकोट का रहने वाला है। चंडीगढ़ की पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री लेने के बाद वह पंजाब से चला गया और फिर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से भारत विरोधी गतिविधि में शामिल हो गया। उसके पास यूएस-कनाडा दोनों देशों की नागरिकता है। उसके पिता महिंदर सिंह पंजाब स्टेट एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड के पूर्व कर्मचारी थे। पन्नू पर पंजाब और हिमाचल में मिलाकर एक दर्जन से अधिक मामले चल रहे हैं।

गुरपतवंत सिंह पन्नू जिस सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) नामक संगठन से जुड़ा हुआ था, वह लगातार विदेशी सरजमीं से भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। विदेशो में रह रहे सिखों के बीच पाकिस्तान की शह पर खालिस्तान की मांग को भड़का रहा था। 2019 में केंद्र सरकार ने यूएपीए यानी गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत इस संगठन को बैन कर दिया था। 1 जुलाई 2020 को केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए पन्नू को भी यूएपीए के तहत आतंकी घोषित कर दिया।

चंडीगढ़ स्थित घर एनआईए ने किया सील

बीते माह यानी सितंबर में एनआईए ने आतंकी पन्नू के भारत में मौजूद संपत्तियों पर बड़ी कार्रवाई की। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने चंडीगढ़ के सेक्टर 15 स्थित पन्नू के घर पर छापा मारा और उसे सील कर दिया। इसके अलावा खानकोट स्थित उसके पुश्तैनी जायदाद को भी जब्त कर लिया गया। यानी अब उसकी संपत्ति पर मालिकाना हक सरकार का हो गया है।

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