Pegasus Hacking Vivad: क्या है पेगासस हैकिंग विवाद? भारत में फिर क्यों गरमाया मुद्दा, कांग्रेस ने मोदी से मांगा जवाब

Pegasus Hacking Vivad:व्हाट्सएप ने 2019 में एनएसओ ग्रुप पर आरोप लगाया था कि उसने व्हाट्सएप के एक बग का फायदा उठाकर पेगासस स्पाइवेयर के जरिए 1400 लोगों के फोन को हैक किया। भारत में भी पेगासस और व्हाट्सएप का मामला चल रहा है। अमेरिकी कोर्ट के आदेश आने के बाद यहां भी मामला गरमाने लगा है।

Report :  Network
Update:2024-12-22 12:35 IST

Pegasus Hacking Vivad (Pic:Social Media)

Pegasus Hacking Vivad Kaya hai:पेगासस स्पाइवेयर मामला एक बार फिर तुल पकड़ने लगा है। यह मामला भारत में भी गरमाने लगा है। विपक्ष सरकार से जवाब मांग रहा है। दरअसल इस मामले में पहली बार अमेरिका की एक कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने पेगासस स्पाइवेयर मामले में इजराइली कंपनी एनएसओ ग्रुप को दोषी माना।

बता दें कि व्हाट्सएप ने 2019 में एनएसओ ग्रुप पर आरोप लगाया था कि उसने व्हाट्सएप के एक बग का फायदा उठाकर पेगासस स्पाइवेयर के जरिए 1400 लोगों के फोन को हैक किया। भारत में भी पेगासस और व्हाट्सएप का मामला चल रहा है। अमेरिकी कोर्ट के आदेश आने के बाद यहां भी मामला गरमाने लगा है। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्र की मोदी सरकार से इस मामले में जवाब मांगा है।


अब मोदी सरकार को जवाब देने का समय आ गया है कि... 

रणदीप सुरजेवाला ने एक्स पर एक पोस्ट कर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पेगासस स्पाइवेयर मामले का फैसला साबित करता है कि कैसे अवैध स्पाइवेयर रैकेट में भारतीयों के 300 व्हाट्सएप नंबरों को निशाना बनाया गया। अब मोदी सरकार को जवाब देने का समय आ गया है कि टारगेटेड 300 नाम कौन हैं? दो केंद्रीय मंत्री कौन हैं? तीन विपक्षी नेता कौन हैं? संवैधानिक अधिकारी कौन है? पत्रकार कौन हैं? और व्यवसायी कौन हैं?

कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा सरकार और एजेंसियों द्वारा कौन सी जानकारी प्राप्त की गई? इसका उपयोग कैसे किया गया- दुरुपयोग किया गया और इसका क्या परिणाम हुआ? क्या वर्तमान सरकार में राजनीतिक कार्यकारी, अधिकारियों और एनएसओ के स्वामित्व वाली कंपनी के खिलाफ उचित आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे? क्या सुप्रीम कोर्ट मेटा बनाम एनएसओ में अमेरिकी कोर्ट के फैसले पर ध्यान देगा? क्या सुप्रीम कोर्ट 2021-22 में उसे सौंपी गई पेगासस स्पाइवेयर पर तकनीकी विशेषज्ञों की समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के लिए आगे बढ़ेगा?

एक के बाद एक दागे कई सवाल

कांग्रेस ने आगे कहा कि क्या सुप्रीम कोर्ट अब भारत के 300 सहित 1,400 व्हाट्सएप नंबरों को हैक करने के फैसले के मद्देनजर आगे की जांच करेगा? क्या सुप्रीम कोर्ट अब मेटा से पेगासस मामले में न्याय के उद्देश्य को पूरा करने के लिए 300 नाम प्रस्तुत करने के लिए कहेगा? क्या फेसबुक (अब मेटा) को अब पेगासस द्वारा टारगेट 300 भारतीयों के नाम जारी करने की जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए, यह देखते हुए कि व्हाट्सएप और फेसबुक के पास भारत में सबसे बड़ा ग्राहक आधार है और भारत में अपने ग्राहकों के प्रति उनकी ‘केयर और डिसक्लोजर का कर्तव्य’ है? देश जानना चाहता है।

पेगासस स्पाइवेयर विवाद क्या है?

बता दें कि न्यूज पोर्टल ‘द वायर’ ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि 2017 से 2019 के बीच पेगासस स्पाइवेयर के जरिए 300 भारतीयों की जासूसी की गई, जिसमें पत्रकार, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, विपक्ष के नेता और बिजनेसमैन शामिल हैं। आरोप है कि इन लोगों के फोन हैक किए गए थे। इसके बाद से यह मामला तुल पकड़े लगा। कांग्रेस अमेरिकी कोर्ट के फैसेले के बाद मोदी सरकार पर हमलावर है।

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