Manipur Violence: मणिपुर में राहत शिविर पहुंचे 'इंडिया'गठबंधन के सांसद, हिंसा पीड़ितों से की मुलाकात
Delegation of INDIA Manipur Visit: विपक्षी दल महागठबंधन इंडिया (INDIA) का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर पहुंच चुका है। दल के सांसदों ने हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की।
Delegation of INDIA Manipur Visit: देश में मणिपुर हिंसा मामले को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस मुद्दे पर राज्यसभा और लोकसभा में विपक्षी दल केंद्र सरकार को घेरे हुए हैं। ऐसे में विपक्षी दल महागठबंधन इंडिया (INDIA) का एक प्रतिनिधिमंडल भी मणिपुर पहुंचकर हिंसा प्रभावी क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान दल के सासंदों ने पीड़ितों से मुलाकात कर बातचीत की।
चुराचांदपुर जिले में एक राहत शिविर का दौरा करने के बाद राजद सांसद मनोज झा ने बताया कि, हमने यहां राहत शिविर में कई लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं जानी। हमने उन्हें स्थिति में बदलाव लाने का आश्वासन दिया है। हम सभी इस पर काम कर रहे हैं।
विपक्ष सिर्फ नाटक कर रहा है
इंडिया गठबंधन के विपक्षी सांसदों के मणिपुर दौरे पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने तंज कसते हुए बयान दिया है। उनका कहना है कि यह महज दिखावा है। पीएम मोदी की सरकार लोगों के घावों पर मरहम लगा रही है, लेकिन विपक्ष सिर्फ नाटक कर रहा है।
कांग्रेस सांसद सैयद नासीर हुसैन ने जानकारी देते हुए बताया कि विपक्षी दलों का गठबंधन 29 और 30 जुलाई दो दिन मणिपुर में ही रहेगा। हमारे इस दल 16 पार्टियों के 21 सांसद शामिल हैं। जो मणिपुर के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के हालातों का जायजा लेंगे और पीड़ितों से बातचीत भी करेंगें।
सैयद नासीर हुसैन ने बताया है कि हम वहां जाकर मणिपुर की जनता को ये मैसेज देना चाहते हैं कि हम उनके साथ खड़े हैं। हम उस क्षेत्र में शांति बहाल कराने के लिए, जो कुछ हो सकता है वो सब करेंगे। इसी क्रम में 30 जुलाई को इंडिया गठबंधन के सांसद राज्यपाल से भी मुलाकात करने जाएंगे।
राहुल गांधी कर चुके हैं दौरा
बता दें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में मणिपुर गए थे। इस दौरान उन्होंने मणिपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया था और यहां रहने वाले पीड़ित लोगों से मुलाकात की थी।
विपक्षी दलों की संसद में मांग
कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा मामले में लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। जिस पर सदन में चर्चा की जाएगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इसकी तारीख तय करेंगे। विपक्षी दल इस चर्चा में पीएम मोदी को मणिपुर पर बयान देने के लिए मजबूर करना चाहते हैं।
तमाम विपक्षी दलों के सांसद 27 जुलाई को राज्यसभा में काले कपड़े पहनकर पहुंचे थे। इसके बाद संसद में अपने काले कपड़े फाड़कर अपना विरोध जताया था। इस दौरान सभी ने जमकर नारेबाजी भी की थी। इस पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि इन विपक्षी सांसदों का कल, आज और भविष्य भी काला है।