Monkeypox in India: भारत विकसित कर रहा अपनी जांच किट, तेजी से फैल रहा वायरस

Monkeypox in India: भारत अब चार प्रयोगशालाओं द्वारा देश में बीमारी के पुष्ट मामलों के बाद मंकीपॉक्स के लिए अपनी स्वदेशी परीक्षण किट विकसित कर रहा है।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Update:2022-07-26 09:51 IST

Monkeypox in India (photo: social media )

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Monkeypox in India: देश में बीमारी के चार मामलों की पुष्टि होने के बाद भारत अब मंकीपॉक्स (Monkeypox in India) के लिए अपनी स्वदेशी परीक्षण किट विकसित कर रहा है। ट्रूनाट रीयल-टाइम पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन के निर्माता, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा तपेदिक का पता लगाने के लिए उपयोग किया जाने वाला दुनिया का एकमात्र पॉइंट-ऑफ-केयर प्लेटफॉर्म, मंकीपॉक्स के लिए परीक्षण किट (test kit) विकसित कर रहा है, बिजनेस स्टैंडर्ड ने सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है।

भारत अब चार प्रयोगशालाओं द्वारा देश में बीमारी के पुष्ट मामलों के बाद मंकीपॉक्स के लिए अपनी स्वदेशी परीक्षण किट विकसित कर रहा है। ट्रूनाट रीयल-टाइम पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन के निर्माता, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा तपेदिक का पता लगाने के लिए उपयोग किया जाने वाला दुनिया का एकमात्र पॉइंट-ऑफ-केयर प्लेटफॉर्म, मंकीपॉक्स के लिए परीक्षण किट विकसित कर रहा है।

मंकीपॉक्स का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस बीच दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि दिल्ली में मंकीपॉक्स के लक्षणों जैसे तेज बुखार और पीठ दर्द के साथ दिल्ली पहुंचने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को हवाई अड्डे से सीधे एलएनजेपी अस्पताल भेजा जाएगा। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना की अध्यक्षता में सोमवार को हुई समीक्षा बैठक में यह फैसला किया गया है।

बीमारी से निपटने के लिए सभी निवारक उपाय 

दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आने बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सोमवार को अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि बीमारी से निपटने के लिए सभी निवारक उपाय किए जाएं। उन्होंने लोगों से नहीं घबराने की अपील की है। आपको बता दें कि 34 वर्षीय जिस व्यक्ति को मंकीपॉक्स सकारात्मक परीक्षण किया गया था वह अब ठीक है और उसे बुखार नहीं है। सूत्रों ने कहा कि उसे जो घाव हैं उन्हें पूरी तरह से ठीक होने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा। तब तक वह यहां लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल द्वारा बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में रहेगा। रोगी के चौदह संपर्कों का पता लगाया गया है और उनमें से किसी में भी कोई लक्षण नहीं दिखा है।

पिछले सप्ताह छह देशों ने अपने पहले मामलों की रिपोर्ट के साथ मंकीपॉक्स के मामलों की वैश्विक संख्या 15,000 के करीब पहुंच गई है। अब तक 80 से अधिक देशों में इस बीमारी के पुष्ट मामले सामने आ चुके हैं।

फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री फ्रेंकोइस ब्राउन ने सोमवार को कहा कि हाल ही में फ्रांस में करीब 1700 लोग मंकी पॉक्स से संक्रमित हुए थे। इनमें मुख्य रूप से पुरुष हैं जिन्होंने अन्य पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाए हैं, लेकिन एक मरीज के फफोले के संपर्क में आने से भी दूसरा संक्रमित हो सकता है।

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