MP Bus Accident: धार में नर्मदा में समाई यात्रियों से भरी बस, अब तक 13 शव बरामद, 55 यात्री थे सवार
MP Bus Accident: शवों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। वहीँ इस घटना में अभी तक 15 लोगों को बचाया जा चुका है। बस को नदी से निकालने की कोशिशें लगातार जारी है।
Madhya Pradesh Bus Accident: मध्य प्रदेश से एक भीषण सड़क हादसे की खबर सामने आई है। इंदौर से पुणे जा रही बस धार जिले के धामनोद में खलघाट पुल पर अनियंत्रित होकर नर्मदा नदी में जा गिरी। जानकारी के मुताबिक, घटना सुबह पौने दस बजे की है।
बस में 55 यात्री सवार थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। अभी तक 13 यात्रियों के शव निकाले जा चुके हैं। इनमें सात महिला और 4 पुरूष हैं। शवों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। वहीँ इस घटना में अभी तक 15 लोगों को बचाया जा चुका है। बस को नदी से निकालने की कोशिशें लगातार जारी है।
हादसा आगरा-मुंबई (एबी रोड) हाईवे पर स्थित खलघाट पुल जिसे संजय सेतु भी कहा जाता है पर हुआ है। यह रोड इंदौर को महाराष्ट्र से जोड़ती है। हादसे वाली जगह से इंदौर करीब 80 किलोमीटर दूर है। जिस बस से हादसा हुआ है वह महाराष्ट्र परिवहन निगम की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना का संज्ञान लेते हुए प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, बस खलघाट में टू-लेन पुल पर किसी वाहन को ओवरटेक करते समय अनियंत्रित हो गई। ड्राइवर ने गाड़ी पर से अपना संतुलन खो दिया और बस पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए नदी में जा गिरी। हादसे की जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। प्रशासन भी एक्टिव हो चुका है, इंदौर और धार से एनडीआरएफ की टीम पहुंच चुकी है।
जिस पुल पर हादसा हुआ है, उसे काफी पुराना बताया जा रहा है। पुल दो जिलों धार और खरगोन की सीमा पर बना हुआ है। पुल का आधा हिस्सा खलघाट (धार जिला) और आधा हिस्सा खलटाका ( खरगोन जिला) में है। यही वजह है कि खरगोन जिले के वरीय अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।
15 यात्रियों को जिंदा निकाला गया
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हादसे को लेकर बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि 15 यात्रियों को जिंदा बाहर निकाला गया है। बता दें कि बस में 40 यात्री शवार थे, जिसमें से 13 के शव बरामद किए जा चुके हैं। हादसे के बाद क्रैन की मदद से बस को नदी से बाहर निकाला गया। स्थानीय लोग भी नाव की मदद से शवों को तलाश कर किनारे ला रहे हैं। लोगों का कहना है कि कई यात्री नदी की तेज धार में बह गए हैं।
बता दें कि एमपी में इन दिनों भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण नदियां पानी से लबालब और उसमें तेज बहाव भी है। हादसे के वक्त भी रिमझिम बारिश हो रही थी।
मृतकों को 10 लाख का मुआवजा देगी महाराष्ट्र सरकार
मध्य प्रदेश में दुर्घटना की शिकार हुई महाराष्ट्र रोडवेड की बस में करीब 55 यात्री सवार थे, जिनमें से 13 यात्रियों की लाश अबतक बरामद की जा चुकी है। महाराष्ट्र सरकार ने हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के आश्रितों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कार्य़ालय ने बयान जारी कर बताया कि सीएम एकनाथ शिंदे ने नर्मदा नदी में MSRTC बस दुर्घटना में मृतक के परिजनों को 10-10 लाख की अनुग्रह राशि देने का निर्देश दिया है। बता दें कि मृतकों में अधिकतर महाराष्ट्र के निवासी हैं।
एमपी सीएम ने महाराष्ट्र सीएम से की चर्चा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वह लगातार बचाव अभियान पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से फोन पर चर्चा की। उन्हें एमपी सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रय़ासों से अवगत कराया। महाराष्ट्र के यात्रियों के शवों को ससम्मान भेजने की व्यवस्था करने के संबंध में भी जानकारी दी।
एमपी सरकार भी देगी मुआवजा
एमपी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी हादसे में मारे गए लोगों के परिवारजनों को 4-4 लाख रूपये की मुआवजा राशि देने का ऐलान किया है।
पीएम मोदी ने भी जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी धार में हुए बस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं उनके साथ है, जिन्होंने अपनो को खोया है। बचाव कार्य जारी है। लोकल अधिकारी प्रभावितों की हर संभव मदद कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रूपये और घायलों को 50 हजार रूपये की मदद देने का ऐलान किया।
बचाव अभियान जारी
बस के नदी में गिरने की खबर सामने आने के बाद से बचाव अभियान जारी है। नदी से 13 शवों को बाहर निकाला जा चुका है। बताया जा रहा है कि नदी में तेज बहाव के कारण कुछ यात्रियों के बहने का भी अंदेशा है। लापता लोगों की तालाश जारी है। स्थानीय अधिकारी के मुताबिक, मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। अभी तक 13 में से 11 लाशों की शिनाख्त हो चुकी है। जिनमें से एक इंदौर और तीन राजस्थान को छोड़कर बाकी सभी महाराष्ट्र के हैं।