वाराणसी में पीएम मोदी बोले-'जब तक भेदभाव रहेगा, हम एक दूसरे से नहीं जुड़ पाएंगे'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र को तोहफे देने के क्रम में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में कैंसर अस्पताल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उनके साथ विख्यात उद्योगपति रतन टाटा भी थे।
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पीएम मोदी की अगवानी राज्यपाल राम नाईक के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय व वाराणसी की महापौर के साथ भाजपा के अन्य नेताओं ने की।
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को संत रविदास की जन्मस्थली सीर गोवर्धन में पर्यटन विकास की योजना के शिलान्यास सहित विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करने वाराणसी पहुंचे थे। मोदी ने यहां 3382 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने डीएलडब्ल्यू के डीजल रेल इंजन कारखाना में देश में पहली बार डीजल से विद्युत प्रणाली में परिवर्तित हुए इंजन को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद प्रधानमंत्री संत रविदास मंदिर रवाना हो गए। प्रधानमंत्री ने संत रविदास मंदिर में दर्शन पूजन किया।
पीएम मोदी ने संत रविदास मंदिर प्रांगण में सीर गोवर्धन में छोटी सभा में रैदासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि परम पूज्य संत रविदास जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। सद्भाव, समानता और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए उन्होंने जो अनमोल एवं अमिट संदेश दिया, वह हमें सदा प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने कहा कि जब तक भेदभाव रहेगा, हम एक दूसरे से नहीं जुड़ पाएंगे, समाज में समता नहीं आएगी।
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उन्होंने कहा कि श्री गुरु रविदास जयंती के अवसर पर आप सभी और अनुयायियों समेत हर देश वासियों को बहुत बहुत बधाई देता हूं। मुझे प्रसन्नता है कि उनके आशिर्वाद से अपना वादा निभाने फिर आया हूं। 2016 में आज की मुझे मत्था टेकने और लंगर छकने का मौका मिला था तभी यहां के विकास की बात कही थी।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सरकार बनी तो मैने उनसे डीपीआर की बात कही। जिसकी मांग आप दशकों से कर रहे थे जिसकी आवश्यकता महसूस हो रही थी। सरकारें आती रहीं मगर आशा पूरी नहीं हुई। उसे पूरा करने की ओर आज शुभ शुरुआत हुई है। पहले चरण में 50 करोड से विस्तारी करण और सुंदरीकरण की गई। बीएचयू से सड़क को सजाया संवारा जाएगा। यहां पर 12 किमी का एक और रास्ता बनेगा। गुरु की कांसे की प्रतिमा और कम्यूनिटी हाल बनेगा। परियोजना पूरी होने के बाद आने वाले लाखों लोगों को सारी सुविधा एक जगह मिलेगी। संत की जन्म स्थली करोडों लोगों के लिए आस्था का विषय है।
उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि आप के प्रतिनिधि के लिए सौभाग्य का पल है। देश के सामाजिक जीवन को दिशा देने और प्रेरित करने वालों की भूमि है। संत के दर्शन से सही जीवन जीने का सरल तरीके से रास्ता दिखाता है। ज्ञानी जनों ने ऐसे भारत की कल्पना की थी जहां बिना भेद भाव सबकी आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाए। केंद्र सरकार ने पूरी भावना से इसे जमीन पर उतारने का प्रयास किया है। सबका साथ सबका विकास के साथ सबको साथ लेकर चलने का प्रयास किया है। अबसे कुछ देर बाद बनारस में दो कैंसर अस्पताल सहित कई योजनाएं लोकार्पण करने जा रहा हूं।
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पीएम मोदी ने कहा कि जीवन आसान बनाने वाली अनेक परियोजनाएं आज से शुरू हो रही हैं। इनका लाभ समाज के हर वर्ग को मिलेगा। सरकार का हर कदम पूज्य गुरु रविदास की भावना के अनुकूल है। सभी की आर्थिक और पारिवारिक स्थिति सुधारने के लिए सरकार पहल कर रही है। अब किसान को छह हजार की सीधी मदद की जाएगी। ऐसी अनेक योजनाएं हैं जो समाज के उस वर्ग को उपर उठाने के लिए है जो वंचित थे। न कोई जात न कोई वर्ग न संप्रदाय। इससे उपर सभी को इन योजनाओं का लाभ मिले। मुझे भरोसा है कि मिल रहा है। संत यही चाहते थे। समाज में भेद न हो।
उन्होंने कहा था जाति जाति में जाति है। जाति केले के पत्तों की तरह है। जातियों में भी जातियां हैं। ऐसे में जब तक जाति के नाम पर भेदभाव होगा। तब तक एक दूसरे से नहीं जुड पाएंगे। समरसता एकता नहीं आएगी। गुरु के दिखाए रास्ते पर हम चलते तो आज का भारत जातियों के नाम पर अत्याचार से मुक्त होता। मगर दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका। नया भारत इस स्थिति को बदलेगा।
डिजिटल युवा सामाजिक बदलाव का हिस्सा बन रहे हैं। हमें उन लोगों के स्वार्थ को पहचानना होगा जो राजनीतिक स्वार्थ के लिए जात पात को उभारते हैं। एक और बुराई की ओर गुरु ने ध्यान दिलाया है। बेइमानी दूसरी बुराई है। दूसरे का हक मारना गलत है। सच्चा श्रम ही ईश्वर का रूप होता है। ईमानदारी की कमाई से सुख शांति मिलती है। साढे चार वर्षों में इसे ढालने का प्रयास सरकार ने किया है।
नोटबंदी, बेनामी संपत्ति, काले धन पर वार किया गया है। भारत में यह चलता है इस तरह की मानसिकता थी। बेइमानी के लिए भ्रष्ट आचरण के लिए कोई स्थान नहीं। जो अपने श्रम से आगे बढना चाहता है सरकार उसके साथ खडी मिलेगी। हाल में आपने देखा होगा जो ईमानदारी से कर देते हैं ऐसे करोडों मध्यम वर्ग के साथियों को पांच लाख की आय तक कर मुक्त कर दिया गया है।
ईमानदारी का सम्मान किया जा रहा है। हम सभी भाग्यशाली हैं जिनकों संतों का मार्ग दर्शन मिला है। गुरुओं का ज्ञान महान परंपरा पीढिय़ों को रास्ता दिखाती रहे इसका प्रयास हो रहा है। मगहर, सारनाथ में पवित्र स्थानों को समृद्ध किया जा रहा है। गुरुनानक देव की स्मृतियों को भी संरक्षित किया जा रहा है। सबको सम्मान मिले इसके लिए सरकार समर्पित है। हमारी धरोहर शक्ति और प्रेरणा है। आप सभी को जयंती की बहुत बहुत शुभकामनाएं। गुरु के चरणों में नमन और वाणी को विराम देता हूं।
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बीएचयू में किया कैंसर अस्पताल का लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र को तोहफे देने के क्रम में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में कैंसर अस्पताल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उनके साथ विख्यात उद्योगपति रतन टाटा भी थे। उन्होंने मदन मोहन मालवीय कैंसर अस्पताल व लहरतारा स्थित होमी भाभा कैंसर अस्पताल का भी उद्घाटन किया।
यहां आने से पूर्व प्रधानमंत्री ने संत रविदास मंदिर में दर्शन पूजन किया था। बताते चले कि वाराणसी में दूसरा अवसर है जब संत रविदास जयंती के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी में हैं। इससे पहले मोदी वर्ष 2016 में संत रविदास जयंती पर आए थे। प्रधानमंत्री का इस बार का दौरा भी कई मायने में खास है।
भारत के संतों की परंपरा और आस्था को सम्मान देने का कार्य प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरे देश में चल रहा है-योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि काशी के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखते हुए, इसके भौतिक विकास के लिए विगत चार वर्षों के दौरान जितने भी कार्यक्रम काशी से प्रारंभ हुए हैं, वह पूरे देश में बिना भेदभाव के चले हैं। सही मायनों में हम कह सकते हैं कि आज से छह सौ वर्ष पूर्व पूज्य संत श्री रवि दास जी महाराज ने इस समाज को प्रकाश दिखाने के लिए, ज्ञानवान बनाने के लिए जो मार्गदर्शन दिया था, उस मार्गदर्शन को व्यवहारिक धरातल पर ईमानदारी के साथ बिना भेदभाव के पूरे देश के प्रत्येक तबके तक पहुंचाने का कार्य अगर आजादी के बाद किसी एक प्रधानमंत्री के कार्यकाल में हो पा रहा है। इस देश में प्रत्येक नागरिक को विकास की योजनाओं का लाभ मिल पा रहा है। इसके लिए हम सब देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी का ह्रदय से अभिनंदन करते हैं।
मगहर में संत कबीर दास जी के महपरिनिर्वाण स्थल पर कबीर अकादमी की स्थापना होगी
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि संत कबीर दास जी ने समाज को विभिन्न प्रकार की रूणियों से मुक्त हो कर बिना भेदभाव के विकास की इस प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ने की लिए जो प्रेरणा प्रदान की, उनके उन मुल्यों, आदर्शों को हम आत्मसात कर सकें। इसके लिए मगहर में संत कबीर दास जी के महपरिनिर्वाण स्थल पर कबीर अकादमी की स्थापना होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश के अंदर भारत के संतों की परम्परा, भारत की आस्था को एक नई उंचाई प्रदान करने के लिए प्रसाद योजना, स्वदेश दर्शन योजना और विभिन्न प्रकार के अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से पूरे देश की इस आस्था को सम्मान देने का कार्य भी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरे देश के अंदर निरंतर चल रहा है।
संत रविदास की जन्मस्थली की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बने इसलिए माघी पूर्णिमा को पीएम यहां आए
मुख्यमंत्री ने कहा कि दो वर्ष पहले प्रधानमंत्री का आगमन पूज्य संत रविदास जी महाराज की इस पावन जन्मस्थली पर हुआ था। तब से लगातार प्रधानमंत्री इस बारे में प्रेरित करते थे कि इतने महान सिद्ध संत की पावन जन्म स्थली पर यहां के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक वैभव को बनाए रखते हुए, यहां के भौतिक विकास और आने वाले श्रद्धालुओं की बुनियादी सुविधा के लिए कुछ कार्य किया जाना चाहिए। सैकड़ों वर्षों की इस इच्छा को प्रधानमंत्री के करकमलों से यह कार्य प्रारम्भ हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की आकांक्षा है कि यह स्थान अंतर्राष्ट्रीय स्तर की एक पहचान बने और उस पहचान को दिलाने के लिए देश के अंदर अपने इतने व्यस्त कार्यक्रमों में से माघी पूर्णीमा के दिन प्रधानमंत्री यहां आए हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि मैं काशी में रहकर श्री गोवर्धन में पूज्य संत रविदास जी महाराज के मंदिर में दर्शन कर के इस कार्य का शुभारंभ करना चाहता हूं। इसलिए आज हम सब आप के बीच में यहां उपस्थित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इस अवसर प्रधानमंत्री का काशी को एक अलग पहचान दिलाने के लिए हृदय से अभिनंदन करता। हमारी सांस्कृतिक राजधानी के रूप में पहचानी जाने वाली बनाने वाली आज भौतिक विकास के जिस नये आयाम को छू रही है। काशी के विकास की इस प्रक्रिया के साथ सैकड़ों वर्षों बाद श्री गोर्वधन भी जुड़ने जा रहा है। उन्होंने कहा अगर प्रधानमंत्री ने किसी कार्य का शुभारम्भ किया है तो आप यह मानकर चलिये कि समयबद्ध ढंग से पूर्ण होना ही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्य पूज्य संत गुरू रविदास जी महाराज की भावना के अनुरूप, उनके व्यक्तित्व और उनकी साधना के अनुरूप अवश्य पूरे होंगे। उन्होंने कहा कि आज यहां पर पूज्य संत रविदास जी महाराज की इस पावन जयंती कार्यक्रम के अवसर पर आप सबको यही आश्वासन देने के लिए हम यहां पर उपस्थित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी को पूज्य संत गुरु रविदास जी महाराज की इस पावन जयंती पर हृदय से बधाई देता हूं और आप सबको इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि सैकड़ों वर्षों की आपकी जो तमन्ना थी, उन तमन्नाओं को साकार रूप देने के लिए आज यहां पर प्रधानमंत्री स्वयं उपस्थित हुए हैं। आप सबको मैं इसके लिए एक बार पुनः बधाई देता हूं।