Ambedkar Jayanti 2019: राष्ट्रपति कोविंद और पीएम मोदी ने डॉ. भीमराव को दी श्रद्धांजलि

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति कोविंद ने अम्बेडकर के योगदानों को याद करते हुए लिखा है कि वे राष्ट्र के प्रतीक-पुरुष व संविधान शिल्पी थे।

Update: 2019-04-14 03:42 GMT
फ़ाइल फोटो

नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति कोविंद ने अम्बेडकर के योगदानों को याद करते हुए लिखा है कि वे राष्ट्र के प्रतीक-पुरुष व संविधान शिल्पी थे।

वे जातिगत एवं अन्य पूवाग्रहों से मुक्त भारत के निर्माण के लिए आजीवन संघर्षरत रहे। वह एक ऐसा समाज चाहते थे जहाँ महिलाओं व कमजोर वर्गों को समान अधिकार प्राप्त हों।



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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, “संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रणेता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को उनकी जयंती पर सादर नमन। जय भीम!



छत्तीसगढ़ की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेशवासियों को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

पटेल ने जारी संदेश में कहा कि डॉ. बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने भारतीय संविधान के निमार्ण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सामाजिक समरसता पर बल देते हुए हमेशा शोषितों और पीड़ितों के लिए आवाज बुलंद की।

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वे महिला उत्थान के भी प्रबल पक्षधर थे और उन्हें सशक्त, सबल एवं शिक्षित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हम सबको डॉ. अम्बेडकर के विचारों का अनुसरण करते हुए समता मूलक समाज की स्थापना करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।

बाबा साहेब के नाम से मशहूर अंबेडकर अपना पूरा जीवन सामाजिक बुराइयों जैसे छुआछूत और जातिवाद के खिलाफ संघर्ष में लगा दिया। इस दौरान बाबा साहेब गरीब, दलितों और शोषितों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहे।

आपको बता दें कि भारत के संविधान निर्माता, चिंतक, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था।

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