कच्चे तेल की कीमतों पर राहुल का सरकार पर हमला, पूछा- देश में 69 रुपए में क्यों तेल के दाम
विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई ऐतिहासिक गिरावट के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा।
नई दिल्ली: देश में जारी कोरोना वायरस के कहर के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। जिसके चलते पूरे देश में पिछले एक महीने से बंद की स्थिति है। ऐसे में देश में आर्थिक स्तर पर काफी नुकसान हो रहा है। चूँकि ये महामारी पूरे विश्व में व्याप्त है इसलिए पूरी दुनिया पर वैश्विक मंदी का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट आई है। अब इसी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार को घेरा है।
डीजल-पेट्रोल के दाम पर उठाए सवाल
विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई ऐतिहासिक गिरावट के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि इस स्थिति में भी पेट्रोल 69 रुपये और डीजल 62 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है। पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करने की मांग पर सरकार क्यों ध्यान नहीं दे रही है?
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राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि दुनिया में कच्चे तेल की क़ीमतें अप्रत्याशित आंकड़ों पे आ गिरी हैं, फिर भी हमारे देश में पेट्रोल 69 रुपये, डीजल 62 रुपये प्रति लीटर क्यों है? इस विपदा में जो दाम घटे, सो अच्छा। कब सुनेगी ये सरकार?
सरकार को देनी चाहिए आम लोगों को राहत
इससे पहले कांग्रेस की ओर से प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी सरकार पर तेल की कीमतों को लेकर हमला बोला था। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को आम उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करनी चाहिए। खेड़ा ने कहा कि तेल के दामों में अचानक अप्रत्याशित कमी का आना एक ऐतिहासिक मौका है। इतनी कमी कि वह शून्य से भी नीचे जा पहुंचा। एक बार तो ऐसा क्षण आया कि दाम शून्य से 37 डॉलर नीचे चला गया। इसका कारण है कि अमेरिका में इस कच्चे तेल का कोई खरीददार नहीं हैं।
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कांग्रेस प्रवक्ता खेड़ा ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा सरकार ने पिछले छह वर्षों में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क लगाकर 20 लाख करोड़ रुपये अर्जित किये। वाल यह है कि आप इस लाभ को उपभोक्ता के साथ क्यों बांट नहीं सकते? वह राहत आम उपभोक्ता को क्यों नहीं दे सकते? खेड़ा ने सरकार से आग्रह किया कि इस मुश्किल दौर में आम लोगों को राहत देनी चाहिए।