गुरु पूर्णिमा के दिन लग रहा चंद्र ग्रहण, 149 साल बाद बनेगा ऐसा दुर्लभ संयोग
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 16 जुलाई मंगलवार को लगने जा रहा है। 16 तारीख की रात लगने वाला ये खण्डग्रास चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा और इसका प्रभाव राशियों पर भी पड़ेगा। भारत में चंद्र ग्रहण आधी रात के बाद 1.31 बजे से देखा सकेंगे। ग्रहण का मध्य तीन बजे होगा। ग्रहण का मोक्ष तड़के 4.30 बजे होगा।
नई दिल्ली: साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 16 जुलाई मंगलवार को लगने जा रहा है। 16 तारीख की रात लगने वाला ये खण्डग्रास चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा और इसका प्रभाव राशियों पर भी पड़ेगा। भारत में चंद्र ग्रहण आधी रात के बाद 1.31 बजे से देखा सकेंगे। ग्रहण का मध्य तीन बजे होगा। ग्रहण का मोक्ष तड़के 4.30 बजे होगा।
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इस चंद्र ग्रहण की पूर्ण अवधि दो घंटे और 59 मिनट की होगी। भारत में चंद्र 17 जुलाई की सुबह 5.25 बजे अस्त होगा। बात अगर सूतक काल की करें तो यह 9 घंटे तक रहेगा। ग्रहण का सूतक 16 जुलाई की शाम 4.31 बजे से शुरू हो जाएगा।
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इसके अलावा यह ग्रहण आषाढ़ मास की पूर्णिमा यानी गुरु पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है। ज्योतिषों के मुताबिक ऐसा संयोग 149 साल बाद बन रहा है। 12 जुलाई, 1870 को 149 साल पहले गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण हुआ था। उस समय भी शनि, केतु और चंद्र के साथ धनु राशि में स्थित था। सूर्य, राहु के साथ मिथुन राशि में स्थित था।चंद्र ग्रहण पूरे भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, एशिया, यूरोप और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा।
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चंद्रग्रहण के बाद जरूर करें ये काम
-चंद्रग्रहण खत्म होने के बाद घर में शुद्धता बनाए रखने के लिए गंगाजल का छिड़काव जरूर करें।
-ग्रहण के बाद स्नान करके भगवान की मूर्तियों को भी स्नान करवाकर ही उनकी पूजा करें।
-ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलें। निकलना अगर जरूरी हो तो गर्भ में पल रहे शिशु की रक्षा के लिए चंदन और तुलसी के पत्तों का लेप अवश्य लगाकर निकलें।