शरद यादव-अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता खत्म, JDU ने कसा तंज

Update: 2017-12-05 06:48 GMT
शरद यादव-अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता खत्म, JDU ने कसा तंज

पटना: जनता दल (यूनाइटेड) के बागी नेता शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता खत्म होने पर पार्टी ने तंज कसा है। जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने मंगलवार (5 दिसंबर) को शरद यादव को नसीहत देते हुए कहा, कि 'अब केवल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद 'जिंदाबाद' कहने से काम नहीं चलेगा, अब लालू के पुत्र तेजस्वी, तेजप्रताप और राबड़ी देवी का भी गुणगान करना होगा।'

जेडीयू के प्रवक्ता ने कहा, कि 'शरद यादव और अली अनवर ने जब राजनीति में भ्रष्टाचार और परिवारवाद के परिचायक लालू प्रसाद 'जिंदाबाद' का नारा लगाया था, तब जद (यू) ने राज्यसभा सचिवालय में उनकी सदस्यता समाप्त करने के लिए आवेदन दिया था। इस निर्णय का जद (यू) स्वागत करता है, इससे राजनीति में शुचिता का संदेश गया है।'

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...अब केवल यही रास्ता बचा है

नीरज कुमार ने कहा, कि 'इस निर्णय से दलबदल कानून की रक्षा हुई है।' नीरज ने शरद यादव पर कटाक्ष करते हुए उन्हें सलाह दी, 'शरद जी, अब राजनीति धर्नाजन का माध्यम है, यह सिद्धांत के रूप में अपने जीवन में प्रतिपादित कीजिए, अब केवल यही रास्ता बचा है।'

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संसद के शीत सत्र में हंगामे के आसार

संसद का शीत सत्र 15 दिसम्बर से शुरू होने वाला है और अब इस मुद्दे को लेकर संसद में हंगामा होने के आसार बढ़ गए हैं। हालांकि जदयू ने इस फैसले का स्वागत किया है मगर माना जा रहा है कि विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। जदयू ने दोनों नेताओं की सदस्यता खत्म किए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि यह सही फैसला है और इससे संविधान की 10वीं अनुसूची और राजनीतिक शुचिता की रक्षा हुई है।

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पार्टी से की थी बगावत

उल्लेखनीय है, कि जेडीयू के बागी सांसद शरद यादव और अली अनवर को सोमवार को राज्यसभा से अयोग्य करार दिया गया। उनकी सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई। राज्यसभा में जद (यू) के नेता आऱसी़पी़ सिंह की याचिका पर यह फैसला किया गया। नीतीश कुमार के बीजेपी से हाथ मिलाने के बाद ये दोनों नेता नाराज चल रहे थे और पार्टी से बगावत कर दी थी।

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शरद का कार्यकाल 2022 तक था

शरद यादव और अली अनवर ने बिहार में 'महागठबंधन' टूटने के बाद विपक्ष का साथ दिया था। शरद यादव को राज्यसभा में पिछले साल ही चुना गया था और उनका कार्यकाल 2022 तक था, जबकि अली अनवर का कार्यकाल 2018 में समाप्त होने वाला था।

आईएएनएस

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