नई दिल्ली: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी के बीच टि्वटर पर 'डियर' शब्द के इस्तेमाल को लेकर तीखी बहस छिड़ गई। जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो अशोक चौधरी ने माफी मांग ली। अशोक चौधरी ने टि्वटर पर स्मृति ईरानी से सवाल किया था कि नई एजुकेशन पॉलिसी कब से लागू होगी।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- 'डियर स्मृति ईरानी जी, हमें नई एजुकेशन पॉलिसी कब मिलेगी? आपके कैलेंडर में साल 2015 कब खत्म होगा?'
टि्वटर पर 'डियर' कहने भड़की स्मृति
-स्मृति ईरानी ने अशोक चौधरी के इस ट्वीट पर सवाल उठाया और कहा कि 'महिलाओं को 'डियर' कहकर कब से संबोधित करने लगे अशोक जी।'
-इस पर अशोक चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने अपमान नहीं सम्मान के तौर पर इस शब्द का इस्तेमाल किया और प्रोफशनल बातचीत की शुरुआत 'डियर' शब्द से ही होती है।
-अशोक चौधरी ने कहा कि 'स्मृति जी, मुद्दे को गोल-गोल घुमाने से अच्छा है कभी सही जवाब भी दे दिया करिए।'
@AshokChoudhaary mahilaon ko 'dear' keh ke kab se sambodhit karne lage Ashokji ? — Smriti Z Irani (@smritiirani) June 14, 2016
अशोक चौधरी को घेरने की कोशिश
-एचआरडी मिनिस्टर स्मृति इरानी ने एक बार फिर अशोक चौधरी को जवाब देते हुए कहा कि उनकी हर बातचीत में वह सभी के लिए 'आदरणीय' शब्द का इस्तेमाल करती रही हैं।
-एजुकेशन पॉलिसी के मुद्दे पर उन्होंने चौधरी को घेरने की कोशिश की और कहा कि केंद्र की ओर से बुलाई गई किसी भी रिव्यू मीटिंग में बिहार के शिक्षा मंत्री या उनके सचिव मौजूद नहीं रहे।
-स्मृति ने कहा कि 'अगर आपको सच में एजुकेशन पॉलिसी की चिंता है तो अपने बिजी शेड्यूल से थोड़ा वक्त इसके लिए भी निकाल लीजिए।'
"Dear .@smritiirani ji, कभी राजनीति और भाषण से वक़्त मिले तो शिक्षा निति की तरफ भी ध्यान दें" — Dr. Ashok Choudhary (@AshokChoudhaary) June 14, 2016
चौधरी ने कहा- अपने विभाग की जानकारी रखें स्मृति
-जवाब में अशोक चौधरी ने स्मृति ईरानी को घेरने की कोशिश की और कहा कि उन्होंने भी पीएम नरेंद्र मोदी की तरह झूठे वादे करने की कला सीख ली है।
-अशोक चौधरी ने कहा कि 'स्मृति ईरानी को खुद के मंत्रालय के बारे में भी सही से जानकारी नहीं है।'
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'40 दिन पहले खुद बोला था डियर'
-अशोक चौधरी ने यह भी दावा किया कि 40 दिन पहले स्मृति ने खुद भी डियर शब्द का प्रयोग किया था।
-यह कोई बुरा शब्द नहीं है। मैंने कोई गलत शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है।
Not to disrespect but educate... Professional emails start with "dear". @smritiirani Ji Kabhi mudde pe jawab dijiye, don't circle around it.
— Dr. Ashok Choudhary (@AshokChoudhaary) June 14, 2016
कुछ गलत नहीं कहा फिर भी मांफी मांगता हूं
अशोक चौधरी ने कहा कि 'मैं कांग्रेस का सिपाही किसी महिला का अनादर नहीं कर सकता इसलिए अगर उन्हें आपत्ति है तो मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांगता हूं लेकिन जानता हूं न तो ये शब्द अनादर का है न ही आपत्तिजनक फिर भी उन्होंने इस पर आपत्ति जताई इसलिए अगर उन्हें ठेस लगी है तो मैं क्षमा मागता हूं।
वह महिला हैं, देश की शिक्षा मंत्री हैं, उनको अगर ठेस पहुंची है तो हम क्षमा मांगते हैं। हालांकि इन सब के बीच अशोक चौधरी दलित कार्ड खेलना नहीं भूले। उन्होंने कहा, वह dear शब्द का इस्तेमाल करें तो ठीक लेकिन हम करें तो आपत्ति। लगता है स्मृति ईरानी अभी दलित विरोधी मानसिकता से उबर नहीं पाई हैं।
अशोक चौधरी ने टि्वटर वॉर में घसीटा पीएम मोदी को
इसपर स्मृति ईरानी ने बिहार राज्य की सरकार पर आरोप लगाते हुए लिखा कि सिर्फ बिहार ही ऐसा राज्य है जिसने बताई गई बातों की जड़ पर काम नहीं किया।
@AshokChoudhaary Bihar is possibly the only state which has not done grass root consultations for the education policy 2/3 — Smriti Z Irani (@smritiirani) June 14, 2016
फिर अशोक चौधरी ने पीएम मोदी को लड़ाई में घसीट लिया। उन्होंने लिखा कि स्मृति ईरानी जी ने मोदीजी से झूठे वादे करना और दूसरे पर आरोप लगाना सीखा है।
"@smritiirani ji has learnt a lot from Modiji...Fake promises and shifting blames to others for non-delivery is lesson1 in Sangh's book"
— Dr. Ashok Choudhary (@AshokChoudhaary) June 14, 2016
इसपर, स्मृति ईरानी ने बात को खत्म करने के उद्देश्य से ट्वीट किया और लिखा कि क्या आप यह कहना चाहते हैं कि हमने कभी बिहार की तरफ ध्यान ही नहीं दिया। अगर ऐसा है तो मैं माफी मांगती हूं
@AshokChoudhaary would you rather Sir that I don't consult Bihar, if that is your stand then I shall comply though with a sense of regret. — Smriti Z Irani (@smritiirani) June 14, 2016