सीएए पर बोले डोनाल्ड ट्रम्प, भारत में लोगों को धार्मिक आजादी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली में साझा प्रेस वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने ऐलान किया कि भारत...
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली में साझा प्रेस वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने ऐलान किया कि भारत-अमेरिका के बीच 3 बिलियन डॉलर की डिफेंस डील होगी। इसी के साथ भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बात आगे बढ़ेगी।
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वहीं, अमेरिकी दूतावास में भारतीय CEO से ट्रंप ने मुलाकात की। इस दौरान अमेरिका में आगामी चुनाव को लेकर भी बातचीत हुई।42 मिनट के प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा कि भारत एक शानदार देश हैं और यहां के लोग काफी अच्छे हैं। उन्होंने कहा कि हम और हमारा परिवार काफी खूश व सम्मानित महसूस कर रह है।
भारत सचमुच एक महान देश है-ट्रंप
भारत सचमुच एक महान देश है। यहां की संस्कृती व विविधता ही इसकी आत्मा है और यही इस देश की पहचान है। भारत में सभी धर्म के लोग एक साथ बिना किसी भेदभाव के रहते हैं। वे सीएए को लेकर कहा कि ये भारत का अंदरुनी मामला है। सरकार अपने स्तर से फैसला लेती रहती है। उन्होंने भारत को सभी धर्मा को बराबरी का स्थान देने वाला देश बताया।
उन्होंने कहा कि भारत में इस्लाम धर्म को मानने वाले भी सुरक्षित से रह रहे हैं। मोदी सरकार इस्लाम और ईसाई समुदाय के लिए भी काम कर रही है। भारत में किसी भी प्रकार के धर्मिक भेदभाव नहीं है।
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आप को बता दें की इस समय देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर पर घमासान मचा हुआ है, औऱ सरकार पर धार्मिक प्रताड़ना का आरोप लग रहा है। वहीं दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति का संबोधन में ये इस्लाम व ईसाई का जिक्र होना इस बात की तरफ इशारा करता है कि सीएए और एनआरसी पर भारत सरकार को अमेरिकी राष्ट्रपति का साथ मिला है।
क्यों कि ट्रम्प ने कहा है कि मोदी सरकार ईसाई व ईस्लाम के लिए भी काम कर रही है। वहीं दूसरी ओर उन्होंने इस्लामिक कट्टरवाद को लेकर भी सख्त संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर भारत और अमेरिका एक है। उन्होंने कहा कि मै चाहता हुं कि भारत-पाकिस्तान करीब आए, जिसके लिए मैं मध्यस्थता के लिए तैयार हूं।