Jhansi News: स्टेशन पर लगेंगे आधुनिक सीसीटीवी कैमरे
Jhansi News: एडीजी रेलवे ने कहा है कि वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन मुख्य जंक्शन है। इस जंक्शन से दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेनें गुजरती रहती हैं। इसकी संख्या काफी हैं। इसके मद्देनजर इस स्टेशन की सुरक्षा और भी मजबूत होगी।
Jhansi News: अपर पुलिस महानिदेशक (रेलवे) एस के भगत ने कहा है कि अब रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा हाईटेक होगी। इसके लिए स्टेशनों पर आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इस मामले में रेलवे बोर्ड के अफसरों व आरपीएफ डीजी से वार्तालाप की जा रही हैं। वार्तालाप के बाद जो नई योजना बनेगी। उस योजना के तहत यूपी के स्टेशनों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जाएंगे, ताकि किसी प्रकार की कोई अनहोनी वारदात न हो। यही नहीं, ट्रेनों व प्लेटफार्मों पर वारदात करने वाले बदमाशों की धरपकड़ के लिए जीआरपी, आरपीएफ और सिविल पुलिस की संयुक्त टीमें बनायी जाएगी। यह बात उन्होंने शुक्रवार को सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से कही हैं।
एडीजी रेलवे ने कहा है कि वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन मुख्य जंक्शन है। इस जंक्शन से दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेनें गुजरती रहती हैं। इसकी संख्या काफी हैं। इसके मद्देनजर इस स्टेशन की सुरक्षा और भी मजबूत होगी। क्योंकि एमपी सीमा पर होने के कारण रेलवे स्टेशन संवेदनशील रेलवे स्टेशनों की लिस्ट में है।
स्टेशन हर तरफ से खुला होने के कारण अक्सर यात्री भी खुद को असुरक्षित महससू करते थे, लेकिन अब आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगने से ट्रेनें से उतरने व चढ़ने वाले रेलयात्रियों व अन्य लोगों की गतिविधियों के बारे में पता चल जाएगा। उनका कहना है कि अब नए और आधुनिक क्वालिटी के कैमरे लगाए जाने से सुरक्षा बलों को भी असामाजिक तत्वों से निपटने में आसानी होगी।
एआई तकनीक की ली जाएगी मदद
एडीजी रेलवे का कहना है कि रेल यात्रियों की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन को स्मार्ट बनाया गया है। इसके लिए अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक की मदद ली जाएगी। इसकी मदद से तैयार नेटवर्क अपराधियों का चेहरा देखते ही उनकी पहचान कर लेगा और सतर्क करने के लिए हूटर बजाएगा। उनका कहना है कि सीसीटीवी कैमरे वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) से लैस किए जाएंगे। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल होगा। यह पूरा सिस्टम एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर, वीडियो एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर एवं फेशियल रिकॉगनिशन साफ्टवेयर से लैप होगा। इसमें पूरे देश के अपराधियों का ब्यौरा रहेगा। उनका कहना है कि कैमरा स्टेशन में आने वाले सभी यात्रियों का डेटा केंद्रीय सर्वर पर भेजेगा। डेटा बेस में अपराधियों का ब्यौरा मिलते ही कैमरे के साथ लगा अलार्म बज उठेगा।
बदमाशों की खुलेगी हिस्ट्रीशीट
अपर पुलिस महानिदेशक एस के भगत ने जीआरपी थाना व जीआरपी लाइन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अभिलेखों, शस्त्रागार औऱ मेस का मुआयना किया। इसके बाद उन्होंने अधीनस्थों के साथ बैठक करके ट्रेनों में हुए अपराधों और जीआरपी द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा की। एडीजी ने ट्रेनों में लूटपाट के मामलों में गिरफ्तार बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खोलने के निर्देश दिए। रेलवे के थानों द्वारा कितने बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खोली गई। इसके बारे में जानकारी की। इसके साथ ही एडीजी ने जेल जाने और छूटकर बाहर आने वाले बदमाशों की निगरानी करने के निर्देश दिए। एडीजी ने अधिकारियों का गांजा तस्करी पर विशेष नजर रखने के साथ ही उसके नेटवर्क को खत्म करने को कहा है।
जीआरपी तैयार करेगी क्रिमिनल्स की कुंडली
थाने में मौजूद शातिर अपराधियों के मैनुअल आटा में अपराधियों की सालों पुरानी फोटो लगी हुई है। जिससे वर्तमान में अपराधी की पहचान करना मुश्किल है। इसको देखते हुए जीआरपी अब पकड़े जाने वाले शातिर अपराधियों का डाटा मैनुअल अपडेट करने के साथ डिजिटली भी तैयार कर रही है। इससे वर्तमान की स्थिति में अपराधी की आसानी से पहचान हो सके। अब क्रिमिनल का ऑल इंडिया डाटा होने पर एक क्लिक पर पता चल जाएगा कि वह इंडिया के किसी भी जीआरपी थाने वर्तमान में जेल भेजा गया है या फिर बाहर घूम रहा है।
आपसी समन्वय बनाकर करेंगे कार्य
एडीजी रेलवे ने डीआईजी झाँसी जोगेंद्र कुमार, एसएसपी राजेश एस, एसपी रेलवे मोहम्मद मुस्ताक, जीआरपी इंस्पेक्टर पंकज कुमार पांडेय, आरपीएफ इंस्पेक्टर रविन्द्र कुमार कौशिक से वार्तालाप की। वार्तालाप के दौरान कहा कि आपसी समन्वय बनाकर कार्य करेंगे। किसी प्रकार की कोई समस्या आए तो उनसे फोन पर वार्तालाप कर सकते हैं। उनका मकसद है कि बदमाशों पर टूट पड़ो। किसी तरह के अपराधियों को छूट न दी जाए। मौका मिले तो उसको जेल की सीखचों में भेजा जाए।
जीआरपी के जवानों को मिलेगी मूलभूत सुविधाएं
एडीजी रेलवे का कहना है कि जीआरपी के जवानों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएगी। पुलिस कर्मियों के आराम के साथ-साथ मनोरंजन, शौचालय, मैस एवं अन्य मूलभूत सुविधाएं भी है। जिससे पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य व व्यवहार में बढ़ोत्तरी होगी और वे बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। केंद्र सरकार को जल्द से जल्द प्रस्तावित बनाकर भेजा जाएगा ताकि पुलिसकर्मियों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके।
स्टेशन की सुरक्षा के मद्देनजर स्टेशन डायरेक्टर से की वार्तालाप
वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन का निरीक्षण के दौरान एडीजी रेलवे एस के भगत ने स्टेशन डायरेक्टर सीमा तिवारी व स्टेशन अधीक्षक एस के सिंह से वार्तालाप की। साथ ही यहां की सुरक्षा के संबंध में विचार विमर्श किया।
आईपीएस सुवेंद्र कुमार भगत को कहते हैं डिपार्टमेंट क्राइम कंट्रोलर
आईपीएस एस के भगत मूलरुप से झारखंड के धनबाद के रहने वाले है और 1998 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उन्होंने ट्रेनी एएसपी के पद पर बनारस से ही कैरियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह झाँसी समेत कई जिलों के कप्तान भी रहें हैं। इसके साथ वह एसटीएफ और सीबीआई में भी तैनात रह चुके हैं। इसके अलावा एस के भगत डीआईजी, सीबीआई के तौर पर भोपाल और रांची में भी सेवा दे चुके है। यूपी पुलिस के स्पेशल टास्क पुलिस फोर्स का चीफ का पद संभालते हुए उन्होंने कई बड़े केस सॉल्व किए हैं। राष्ट्रपति से वीरता पदक से सम्मानित आईपीएस अधिकारी सुवेंद्र कुमार भगत को डिपार्टमेंट क्राइम कंट्रोलर कहती है।