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Jhansi News: मैं तो चला गया, पत्नी व बेटियों को मिले न्याय

Jhansi News: बड़े भाई, भाभी, भतीजे पर मुकदमा दर्ज। सुसाइड नोट में अजीत ने लिखा कि पिता की कोविड से दो साल पहले मौत हो चुकी थी। अनिल पिता के अंतिम संस्कार में न आकर पिता के घर पर पहुंच गया और वहां से साले की मदद से घर में रखा 50 किलो सोना और 10 क्विंटल चांदी (करीब 30 करोड़) हड़प लिया।

B.K Kushwaha
Published on: 4 May 2023 2:36 AM IST
Jhansi News: मैं तो चला गया, पत्नी व बेटियों को मिले न्याय
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भाजपा नेता की पत्नी ने लगाई फाँसी: Photo- Social Media

Jhansi News: मैं तो चला गया, उन्हें उम्मीद नहीं थी कि घर के लोग ही उसे दगा देंगे, क्योंकि बड़े भाई ने ऐसा दगा दिया, जिसके लिए उसे अपने मौत को गले लगाना पड़ा। मेरी पत्नी व बेटियों को न्याय मिलना चाहिए, न्याय नहीं मिला तो घर के अन्य सदस्य भी कदम उठा सकते हैं। वहीं, कोतवाली पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर मृतक के बड़े भाई, भाभी, भतीजे आदि के खिलाफ दफा 306 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

कोतवाली थाना क्षेत्र के आतियां तालाब के पास रहने वाले मार्बल कारोबारी अजीत गोयल ने बीते रोज फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या जैसा कदम उठाने के पहले दो पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था। सुसाइड नोट में उन्होंने अपने बड़े भाई पर धोखेबाजी का आरोप लगाते हुए पत्नी और बेटियों को न्याय दिलाने की मांग की है। सुसाइड नोट में अजीत ने लिखा कि बड़ा भाई अनिल, उसकी पत्नी बीना, भतीजा प्रिंस तीनों बेईमान हो गए। पिता रमेश गोयल की कोविड से दो साल पहले मौत हो चुकी थी।

भाई को भाई ने दिया धोखा

जब उसने पिता की मौत की सूचना भाई अनिल को फोन करके दी तो उसने अंतिम संस्कार में आने से मना कर दिया था। अनिल, पिता के अंतिम संस्कार में न आकर अपने पिता के घर पर पहुंच गया और वहां से साले की मदद से घर में रखा 50 किलो सोना और 10 क्विंटल चांदी (करीब 30 करोड़) हड़प लिया। पिता रमेश बरुआसागर में जेवर गिरवी रखने एवं ब्याज पर पैसा देने का काम करते थे। यह पूरा हिसाब-किताब रजिस्टर में रहता था। यह रजिस्टर भी भाई ने धोखा देकर अपने पास रख लिया था।

इसके अलावा नकली वसीयत तैयार करके उनको पूरी संपत्ति से बेदखल कर दिया। जब उनको उसका पता चला, तब उन्होंने अदालत में अपील दाखिल की लेकिन, इस अपील को अदालत ने कुछ दिनों पहले ही खारिज कर दिया। इससे वह मानसिक तौर पर काफी परेशान हो गया था। वहीं, परिजनों का कहना है कि अपील खारिज होने के बाद उनके ऊपर घर एवं दुकान भी तत्काल खाली करने का दवाब बनाया जा रहा था। अपने सुसाइड नोट में कारोबारी ने अपने रिश्तेदारों, नातेदारों एवं अन्य जानने वलों से पत्नी व बेटियों को न्याय दिलाने की मांग की है।



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