आगरा: मिड डे मील में बच्चों को 2-2 जामुन बांटने पर महिला प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है। एसीएम की जांच में फलाहार और मिड डे मील में लापरवाही सामने आई। मामला आगे बढ़ते देख बीएसए ने प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया। दरअसल मिड डे मील में मौसमी फल बांटने के आदेश दिए गए हैं। इसके लिए प्रति बच्चे पर 4 रुपए का बजट है। वहीं प्रिंसिपल सिर्फ 2-2 जामुन बांटकर बांटकर अपनी जेब भर रहे हैं।
क्या है मामला
-प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को फलाहार देने के निर्देश हैं।
-स्कूलों में बच्चों को मौसमी फल बांटने हैं।
-स्कूल में फल बांटे जा रहे हैं या नहीं, इसकी जांच की जा रही है।
-सोमवार को एसीएम श्यामलता आनंद सैंया ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल तेहरा में पहुंची।
-यहां फल का वितरण नहीं हुआ था। उन्होंने प्रिंसिपल सरोज वर्मा को फल बांटने के निर्देश दिए।
-इसके बाद एसीएम वहां से चली गईं। कुछ देर बाद लौटी, उन्होंने प्रिंसिपल से फल वितरण के बारे में पूछा, इस पर उन्होंने कहा कि फल बांट दिए हैं।
-एसीएम ने बच्चों से पूछा तो बच्चों ने बताया कि मेडम ने जामुन बांटे थे।
-एसीएम ने पूछा कितने जामुन दिए तो इस पर बच्चों ने जवाब दिया कि दो दो जामुन दिए गए।
-एसीएम श्यामलता ने प्रिंसिपल कोो डांट लगाई, उन्होंने पैसे दिए और आम मंगवाए। इसके बाद स्कूल में बच्चों को आम बांटे गए।
चार रुपए प्रति बच्चे के लिए बजट
-फलाहार के लिए सरकारी स्कूलों में प्रति बच्चा चार रुपए दिए जा रहे हैं।
-इससे केला सहित कोई भी मौसमी फल आ सकता है।
-इसके बाद भी तमाम स्कूलों में बच्चों को फलों का वितरण नहीं किया जा रहा है।
-इसके चलते स्कूलों की जांच कराई जा रही है।
मामला बढ़ने पर की गई निलंबित
-प्रिंसिपल द्वारा बच्चों को जामुन बांटे जाने का मामला अधिकारियों तक पहुंच गया।
-आनन फानन में बीएसए धर्मेंद्र सक्सेना ने प्रिंसिपल सरोज सिंह को फलाहार और मिड डे मील में लापरवाही पर सस्पेंड कर दिया है।
-इससे शिक्षिकों में खलबली मची हुई है।