लखनऊ/इटावाः यूपी में सत्तारूढ़ सपा में छिड़ी जंग के बीच अब कई अहम खबरें सामने आ रही हैं। खबर है कि अखिलेश यादव आज सीएम के पद से इस्तीफा दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो मुलायम ही बतौर सीएम यूपी की कमान संभालेंगे। मुलायम सिंह यादव अभी दिल्ली में हैं। वहीं शिवपाल यादव इटावा में हैं। मुलायम परिवार के सारे सदस्य एक साथ बैठकर आज फैसला ले सकते हैं।
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इस बीच, इटावा से खबर है कि मुलायम के कहने पर नाराज शिवपाल सिंह को मनाने गए घरवालों को नाकामी हाथ लगी। शिवपाल मंत्री पद से इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। बता दें कि शिवपाल ने कहा था कि अखिलेश के साथ काम करना अब उनके लिए नामुमकिन है।
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अखिलेश यादव गवर्नर राम नाईक से मुलाकात करने वाले हैं। बताया जा रहा है कि वह नाईक से मुलाकात के दौरान सीएम पद से इस्तीफा सौंप देंगे। वहीं, इसी दौरान विधायक दल की बैठक होनी है। जहां मुलायम को नेता चुना जा सकता है। मुलायम मंगलवार को दिल्ली में थे। वहां सपा के राज्यसभा सांसद अमर सिंह और पार्टी महासचिव रामगोपाल के साथ उन्होंने लंबी बैठक की। अखिलेश से खफा शिवपाल यादव इटावा में हैं। उन्हें मनाने का जिम्मा मुलायम ने परिवार के लोगों को सौंपा है।
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मुलायम के निर्देश पर शिवपाल सिंह के बेटे अंकुर यादव अपनी मां सरला यादव के साथ लखनऊ से पहुंचे। वहीं, बररेहल ब्लॉक प्रमुख और शिवपाल के बहनोई डॉ. अजंट सिंह यादव भी शिवपाल के पास पहुंचे। अजंट सिंह और शिवपाल के बीच लंबी चर्चा हुई, लेकिन सूत्रों के मुताबिक शिवपाल इतने खफा हैं कि वह नहीं माने। देर रात तक शिवपाल के आवास के बाहर उनके समर्थकों की भीड़ भी जुटी रही।
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-बीती 21 जून को शिवपाल ने डॉन मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल (क्यूईडी) का सपा में विलय कराया था।
-अखिलेश यादव ने इसका पुरजोर विरोध किया था और पार्टी को विलय रद्द करना पड़ा था।
-14 अगस्त को शिवपाल सिंह ने दलाली और जमीनों पर कब्जे को मुद्दा बनाते हुए ऐसे लोगों पर कार्रवाई न होने का आरोप लगाया था।
-15 अगस्त को सार्वजनिक तौर पर मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव को फटकारा था।
-मुलायम ने ये भी कहा था कि अखिलेश ने पार्टी को बरबाद कर दिया है।
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रक्षाबंधन पर मेल-मिलाप, फिर बढ़ी रार
-रक्षाबंधन के मौके पर अखिलेश यादव ने शिवपाल के घर जाकर चचेरी बहन से राखी बंधवाई थी।
-दो दिन बाद शिवपाल ने अखिलेश से मुलाकात की थी और सीएम के काम की तारीफ के पुल बांधे थे।
-बीती 6 सितंबर को शिवपाल ने कहा कि क्यूईडी का सपा में विलय होगा और अखिलेश इसे रोक नहीं सकेंगे।
-उन्होंने अखिलेश के बारे में कहा था कि अच्छे सीएम हैं, लेकिन राजनीति का तजुर्बा नहीं है।
-माना जा रहा है कि शिवपाल के इसी बयान से अखिलेश और उनके बीच रार फिर बढ़ गई।
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अब क्या हुआ?
-सोमवार (12 सितंबर) को अखिलेश ने गायत्री प्रसाद प्रजापति और राजकिशोर को बर्खास्त कर दिया।
-मंगलवार को सीएम ने शिवपाल के चहेते आईएएस और सूबे के चीफ सेक्रेटरी दीपक सिंघल को पद से हटा दिया।
-इसके तुरंत बाद मुलायम ने अखिलेश की जगह शिवपाल को सपा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया।
-अखिलेश ने मुलायम के इस कदम के बाद शिवपाल से तीन विभाग छीन लिए थे।
बीजेपी-बीएसपी ने बताया ड्रामा
सपा को चलाने वाले मुलायम परिवार में छिड़े संग्राम को बीजेपी ने नया ड्रामा करार दिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने कहा है कि सपा सिनेमाबाज पार्टी है। वहीं, दो दिन पहले बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी पूरे मामले को ड्रामा बताया था।
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