नोएडा: बिसाहड़ा कांड में मथुरा फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर अब अखलाक का परिवार भी अदालत पहुंच गया है। अखलाक के परिवार ने वेटरिनरी अधिकारी और फोरेंसिक जांचकर्ताओं की रिपोर्ट में विरोधाभास को लेकर सवाल उठाये हैं।
इससे पहले फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर गांव के एक पक्ष ने अखलाक के परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिये अदालत में याचिका दाखिल की थी।
रिपोर्ट पर भ्रम
-अखलाक के परिवार ने अदालत से कहा है कि पुलिस ने ट्रांसफार्मर के पास से बरामद मांस 2 किलोग्राम बताया था, जबकि जांच करने वाले डॉक्टर ने इसे 4 किलो बताया।
-अखलाक के परिवार ने जिला न्यायालय से मांस के वजन की जांच की मांग के साथ मथुरा फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट पर भी अपत्ति दर्ज की है।
-अर्जी में यह भी मांग की गई है कि गांव के संजय राणा, ओमपाल और कंछी ठेकेदार को अखलाक की हत्या के मामले में अन्य आरोपियों के नाम पता हैं, इनसे पूछताछ की जाए अन्यथा इन तीनों को भी अकलाख की हत्या में आरोपी बनाया जाए।
-अखलाक के परिवार पर दर्ज गोहत्या के मुकदमे में शुक्रवार को फोरेंसिक टीम बिसाहड़ा में घटनास्थल का मुआयना करेगी और अखलाक के घर से सैंपल लेगी।
-अखलाक लाख पक्ष के वकील यूसुफ सैफी ने मथुरा लैब की रिपोर्ट को गलत बताते हुए इससे छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। सैपी ने मांस की तौल के साथ ही पहली और दूसरी रिपोर्ट में मांस का वंश बदल जाने पर सवाल उठाये हैं।
-मामले की जांच कर रहे सीओ दादरी, अनुराग सिंह ने कहा कि मैके से लिये गये मांस को अनुमान के तौर पर 2 किलो बताया गया था।
-इस अर्जी पर सुनवाई साक्ष्यों के साथ 1 अगस्त को होगी।