लखनऊ: एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके अनुसार, साल 2018 के 6 महीनों में अब तक हेट क्राइम यानी नफरत की आग के 100 मामले घटित हो चुके हैं। वहीं, इन घटनाओं के शिकार दलित, आदिवासी, जातीय और धार्मिक रूप से अल्पसंख्यक समुदाय के लोग और ट्रांसजेंडर (हिजड़ा) हो चुके हैं।
हेट क्राइम के मामले में यूपी सबसे आगे
यही नहीं, रिपोर्ट में ये बात भी सामने आई है कि हेट क्राइम के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है क्योंकि यहां अब तक नफरत की आग की 18 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। यूपी के बाद 13 घटनाओं के साथ गुजरात, 8 घटनाओं के साथ राजस्थान और 7 घटनाओं के साथ तमिलनाडु और बिहार जैसे राज्य हैं।
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हापुड़ में लिंचिंग से जुड़े एक मामले की जांच के दौरान ये रिपोर्ट सामने आई है। वहीं, इस मामले को लेकर एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के कार्यकारी निदेशक आकर पटेलका कहना है कि नफरत की आग जैसी घटना किसी और अपराध से बहुत अलग है क्योंकि हेट क्राइम तब होता है जब कोई भेदभाव का कारण होता है। उन्होंने उन्होंने ये भी बताया कि अभी कानून में इस तरह के अपराध की कोई अलग पहचान नहीं है।