अपर्णा यादव ने किया नामांकन, घरेलू घमासान से निकल कर कैंट में करेंगी चुनावी संग्राम
चुनाव के लिये जारी तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव की प्रत्याशियों की सूची में अपर्णा का नाम भी शामिल था। लेकिन अखिलेश यादव की अलग आई सूची से अपर्णा को बाहर कर दिया गया था। बाद में मुलायम सिंह के कहने पर अपर्णा को पार्टी टिकट मिला।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने सोमवार को लखनऊ कैंट विधानसभा क्षेत्र से नामांकन किया। घरेलू विवाद में आये कई उतार चढ़ाव के बाद अपर्णा को आखिर मुख्यमंत्री अखिलेश ने टिकट दे दिया था। प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव अपने ज्येष्ठ अखिलेश यादव की पहली सूची से बाहर थीं।
नामांकन करने के बाद अपर्णा यादव ने कहा कि कांग्रेस और सपा के महागठबंधन का चुनाव पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा। यूपी की जनता सपा के काम को देखकर वोट करेगी। वहीं, साथ में आए उनके पति प्रतीक यादव ने कहा कि वो पत्नी अपर्णा के लिए जनता के बीच जाकर वोट मांगेंगे, ताकि भारी मतों से वो विजयी बनें।
आखिर बनीं प्रत्याशी
-सामाजिक कार्यों से जुड़ कर कैंट क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही अपर्णा को पार्टी ने करीब दो साल पहले ही कैंट क्षेत्र से लड़ाने का अनौपचारिक ऐलान कर दिया था।
-लेकिन बाद में मचे पार्टी के घरेलू घमासान के दौरान अपर्णा राजनीतिक रूप से अखिलेश के विरोधी गुट में शामिल दिखने लगीं।
-चुनाव के लिये जारी तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव की प्रत्याशियों की सूची में अपर्णा का नाम भी शामिल था.
-लेकिन अखिलेश यादव की अलग आई सूची से अपर्णा को बाहर कर दिया गया था।
-लंबी लड़ाई के बाद जब पार्टी और सिंबल अखिलेश के पास चले गये, तो शिवपाल की सूची कागज का पन्ना भर रह गयी।
-इसी के बाद खुद मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश को 34 लोगों की सूची देकर उन्हें टिकट देने की मांग की थी।
-हालांकि, अखिलेश यादव ने इस सूची के सभी लोगों को टिकट नहीं दिया, लेकिन अपर्णा का नाम टिकट पाने वालों में शामिल हो गया।
-आम तौर पर राजनीति से अलग रहने वाली अपर्णा यादव ने कहा भी कि वह अपने ससुर और सास की इच्छा पूरी करने आई हैं।
रीता से टक्कर
-अपर्णा ने जिस कैंट विधानसभा क्षेत्र से नामांकन किया है, वह रीता बहुगुणा जोशी का क्षेत्र माना जाता रहा है।
-रीता इसी क्षेत्र से 2012 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीती थीं।
-इस बार पाला बदल कर रीता बीजेपी में आ गई हैं और कैंट क्षेत्र से बीजेपी की प्रत्याशी हैं।
-इससे पहले 1996 से 2012 तक यह सीट बीजेपी के सुरेश चंद्र तिवारी के पास ही रही है। वह यहां से लगातार जीते थे।
पति-पत्नी की संपत्ति
-अपर्णा यादव ने एफिडेविट में अपनी चल संपत्ति का मूल्य 3,27,63,198 रुपये बताया है।
-लखनऊ कैंट से सपा प्रत्याशी अपर्णा की अचल संपत्ति 12,50,000 रुपये है।
-अपर्णा ने जानकारी दी है कि उनके पास कोई वाहन नहीं है।
-अपर्णा यादव ने अपने पास 1,88,54,373 रुपये की ज्वैलरी होने की जानकारी दी है।
-अपर्णा यादव के पति प्रतीक यादव की चल संपत्ति 13,41,45,928.32 दर्ज की गयी है।
-प्रतीक की अचल संपत्ति 6,15,00,000 रुपये की है।
-प्रतीक यादव के पास 5,23,15,440 रुपये की लेम्बोर्गिनी कार है।
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