बुलंदशहर: जिले में 135 साल से चली आ रही जिला सांस्कृतिक और कृषि प्रदर्शनी आला अधिकारियों की उदासीनता की भेंट चढ़ गई।
संस्कृति और कृषि प्रोत्साहन के बजट के नाम पर महीने भर चलने वाले इस कल्चरल फेस्ट में फिल्मी गानों पर बार बालाएं नाच रही हैं और लोग धड़ल्ले से नोट उड़ा रहे हैं।
शाम होते ही प्रदर्शनी ने शुरू हो जाता डांस
-शाम 07 बजते ही बुलंदशहर में एक दर्जन डांस पंडालों में बार बालाओं का डांस शुरू हो जाता है।
-इन बार डांसरों पर लोगो नोट उड़ाते हैं।
महीने भर में खर्च हुए 70 लाख से ज्यादा
-इस प्रदर्शनी में सरकार की कृषि और कल्याणकारी योजनाओं के प्रसार और प्रोत्साहन के नाम पर महीने भर में 70 लाख रूपए से ज्यादा फूंक दिए गए।
-इन कार्यक्रमों में सरकारी अमला भीड़ नही जुटा पाया।
नोट बटोरते हैं नाबालिग बच्चे
-इन डांस पार्टियों के संचालकों ने रोजाना आने वालों के लिए स्टेज के दोनो ओर स्पेशल अरेन्जमेंट भी किए हुए हैं।
-डांसरों के रिहायशी कैम्प्स में भी लोग मौजूद रहते हैं।
-स्टेज पर पड़े बिखरे हुए नोट बटोरने के लिए नाबालिग बच्चों का इंतजाम किया गया है।
अधिकारियों ने दिलचस्पी नहीं ली
-शिवसेना के जिलाध्यक्ष सर्वेश राणा ने बताया कि प्रदर्शनी में उनके जाने का अनुभव इस साल सबसे बुरा रहा।
-सरकारी कार्यक्रमों में अधिकारियों ने दिलचस्पी नही ली।
-संस्कृति और मनोरंजन के नाम पर बार बालाओं के डांस और वहां जमा लोगो की हरकतें प्रदर्शनी की ऐतिहासिकता को शर्मसार कर रही है।
अधिकारियों की संलिप्तता
-बजरंग दल के विभाग संयोजक हेमंत सिंह कहतेहैं कि 135 साल पुरानी बुलंदशहर की ऐतिहासिक एग्रो एंड कल्चरल प्रदर्शनी में हो रहे इस नाच से जिला शर्मशार है।
-इस प्रदर्शनी में ऐसे कृत्यों के लिए कोई जगह नही होनी चाहिए।
-अधिकारियों की संलिप्तता से सरकारी बजट धड़ल्ले से उड़ाया जा रहा है।
सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा- वह छोटे अधिकारी
-सिटी मजिस्ट्रेट डीपी सिंह से जब इस बारे में फोन पर बात की गई तो उन्होने केवल इतना बताया कि प्रदर्शनी का समापन 14 अप्रैल को होगा।
-प्रदर्शनी में अश्लीलता के मुद्दे पर उन्होने कहा कि वह छोटे अधिकारी है।
-इस मामले में उनका बोलना ठीक नही।
सपा सुप्रीमो और सीएम से करेंगे शिकायत
-समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के प्रदेश सचिव अंकित शर्मा का कहना है कि संस्कृति के नाम पर ऐसा माहौल प्रदर्शनी में नही होना चाहिए।
-अंकित ने कहा कि मुलायम सिंह यादव और सीएम अखिलेश यादव से इस मामले की शिकायत की जाएगी।