नई दिल्ली: मुस्लिम धर्म प्रचारक डॉ. जाकिर नाइक के उपदेशों पर बढ़ते बवाल के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने उसके चैनल पीस टीवी पर पाबंदी लगा दी है। बात इतने पर खत्म नहीं हुई, यूट्यूब पर भी पीस टीवी का यूआरएल ब्लॉक किया जाएगा। शुक्रवार शाम सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने अहम बैठक में इस बाबत फैसला लिया।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, जिन चैनल को ब्रॉडकास्टिंग की अनुमति होती है, उन्हें लाइसेंस दिया गया है। और जो बिना लाइसेंस के चैनल चला रहे हैं उनकी मशीन जब्त की जाएगी। उन्होंने आगे बताया, गृह मंत्रालय से भी कहा गया है कि सोशल मीडिया पर अगर कुछ दिखे तो उसे रिपोर्ट किया जाए, ताकि तत्काल कार्रवाई हो सके।
इससे पहले डॉ. जाकिर नाइक ने नया वीडियो जारी कर अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया था। नाइक ने अपनी ओर से जारी हालिया वीडियो में कहा है कि भारतीय मीडिया को तथ्यों की जांच करनी चाहिए थी। इसके लिए उन्होंने भारतीय मीडिया को चैलेंज भी किया।
वीडियो जारी करने के बाद दिए बयान में जाकिर ने कहा, 'भारतीय मीडिया बांग्लादेश के साथ तथ्यों की जांच नहीं करती। मैं मीडिया को चैलेंज करता हूं कि वह बांग्लादेश सरकार के आधिकारिक बयान को सामने रखे। मैंने बांग्लादेश के अधिकारियों से बात की है। उन्होंने कहा, वह ये नहीं मानते कि आतंकियों को मुझसे प्रेरणा मिली।'
डेली मेल को बताया दोषी
-जाकिर ने कहा, 'यह एक अलग बात है कि आतंकी मेरे फैन हों, लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि निर्दोष लोगों की हत्या करने के लिए मैंने उन्हें प्रेरित किया।'
-जाकिर ने बांग्लादेश के प्रमुख अखबार 'डेली स्टार' का नाम लेते हुए कहा, सबसे पहले यह खबर इसी अखबार ने छापी थी कि जाकिर नाइक ने आतंकियों को लोगों की हत्या के लिए प्रेरित किया।
सरकारी बयान दिखाए मीडिया
-जाकिर ने कहा, अखबार ने खबर को मसाला लगाकर पेश किया।
-इसके बाद भारतीय मीडिया ने इस खबर को बिना जांच-पड़ताल के चलाना शुरू कर दिया।
-इसलिए मैं भारतीय मीडिया को चैलेंज करता हूं कि वह बांग्लादेश सरकार की ओर से जारी ऐसा कोई बयान दिखाए जिसमें कहा गया है कि मैंने आतंकियों को प्रेरित किया।