वाराणसीः तीनो लोक से न्यारी काशी में होली पर्व को अंदाज भी दुनिया से निराला होता है। एक हफ्ते पहले से ही कही रंग गुलाल तो कवि सम्मेलन का सिलसिला शुरु हो जाता है होली के दिन पहले शहर में जमकर होली खेलने के साथ ही गाने बजाने और कवि सम्मेलन का दौर चला। वाराणसी के टाउनहाल मैदान में रंग गुलाल मस्ती साथ व्यंग्यात्मक रंग की होली मनायी गयी। युवाओं ने ढोलक की थाप पर जोगीरा गाया तो वहीं भांग ठंडाई के साथ होली के गीत भी गाये गये।
इतना ही नहीं आज की इस होलियाना मस्ती में कवियों के व्यंग्यात्मक रंग भी रहे। आज कवियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अरविन्द केजरीवाल और कन्हैया को अपनी कविता का माध्यम बनाकर होली के गीत गाये और व्यंग्य किये। रंग गुलाल संगीत के साथ भांग ठंडाई इस वक्त काशी के रंग को और भी रंगीन बना रहा है।
काशी घाटों पर जमी महफिल
घाट पर आयोजित होली की महफिल में अल्हड़ता के साथ मोदी के संग शिंज़ोआबे भी शामिल हुए। भांग के साथ ठंडाई चली और जमकर उड़े रंग बिरंगे रंग। इस रंग में रंगे काशीवासियों ने अंतर्राष्ट्रीय होली मना कर की होली की शुरुआत की। आइये दिखाते हैं आपको काशी की होली जिसमे ,मोदी ,शिंज़ोआबे और ओबामा भी शामिल हैं।
पीएम मोदी ने पीसा भांग तो ओबामा और शिंज़ोआबे ने ठुमके
काशी के अल्लहड़ मिजाज लोग होली के रंग में डूब चुके है। बाबा विश्वनाथ के साथ रंगभरी एकादशी मानाने के साथ ही काशी की होली की शुरुआत हो जाती हैं और काशी के कण-कण में रंग का उमंग हिलोरे मारने लगता हैं। काशी के घाट पर आज अंतर्राष्ट्रीय होली मनाई गई, जहाँ पीएम मोदी ने भांग पीसा तो ओबामा और शिंज़ोआबे ने ठुमके लगाये।
काशी की अल्हड़ता के साथ इस होली में सभी राजनेता और अभिनेता शामिल हुए। ये बाद की बात हैं की ये सारे लोगो की भूमिका काशी के लोग ही निभा रहे थे। भांग और ठंडाई की रंग कुछ ऐसी चढ़ी कि भांग के बाद एक ठुमके लगे।
आज से शुरू हुई इस होली के रंग की छटा होली के बाद बुढ़वा मंगल तक चलता हैं। इस दौरान पूरी काशी रंग में डूबी होती हैं। ये रंग सद्भाव और निष्ठा का होता हैं, आपसी भाईचारा का होता हैं जिसमे गंगा-जमुनी तहजीब का मिशाल भी देखने को मिलता हैं।