काबुल : आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के सैन्य शिविर पर सोमवार को हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है। इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए। आईएस से जुड़ी अमाक न्यूज एजेंसी की ओर से जारी बयान के अनुसार, "आईएस के आतंकवादियों ने अफगानिस्तान सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी करने के बाद खुद को उड़ा लिया।" अमाक ने इस हमले को 'इनघीमासी' हमला बताया।
एफे न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, "इनघीमासी वे आतंकवादी होते हैं जिन्हें अपने लक्ष्य के साथ सामने से लड़ने के लिए भेजा जाता है और उसके बाद वह खुद को उड़ा लेते हैं।"
इससे पहले सोमवार को, अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता दवलात वजीरी ने एफे न्यूज को बताया कि पश्चिमी काबुल में मार्शल फहीम मिलिट्री एकेडमी के नजदीक सैन्य दस्ते पर सुबह करीब पांच बजे हमला किया गया।
वजीरी ने कहा कि दो आतंकवादियों ने खुद को उड़ा लिया, अन्य दो आतंकवादी सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी में मारे गए और एक को जिंदा पकड़ लिया गया।
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वजीरी ने बताया कि हमले के दौरान पांच सैनिक मारे गए और 10 घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए सैन्य अस्पताल भेजा गया है।
सोमवार को यह आत्मघाती हमला शनिवार को हुए एंब़ुलेंस बम हमले के बाद हुआ है, जिसमें 103 लोग मारे गए थे और 200 से ज्यादा घायल हो गए थे।
इससे पहले यहां इंटरकांटिनेंटल होटल में हमला किया गया था जिसमें 20 लोग मारे गए थे। इन मृतकों में 14 विदेशी नागरिक शामिल थे।
अफगानिस्तान में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सैन्य अभियान की समाप्ति की घोषणा के बाद यहां काफी आतंकवादी हमले हुए हैं, हालांकि अफगान सैनिकों को प्रशिक्षण देने के लिए नाटो सेना अभी भी यहां बनी हुई है।
सितंबर 2017 में, अमेरिका और नाटो दोनों ने अफगानिस्तान में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाने का निर्णय लिया था।
काबुल में हमला : मृतकों की संख्या 15 हुई
अफगानिस्तान के काबुल में सैन्यअड्डे पर सोमवार को हुए आत्मघाती हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। अफगान सुरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता दावलत वजीरी ने एफे को बताया, "हम हमले में 11 जवानों के मरने और 16 के घायल होने की पुष्टि करते हैं।"
इस हमले में चार आतंकवादियों की भी मौत हो गई।
उन्होंने इस हमले के लिए तालिबान संबद्ध हक्कानी नेटवर्क को जिम्मेदार ठहराया।
हालांकि, इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अपनी वेबसाइट अमाक पर जारी बयान के जरिए इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
पश्चिमी काबुल में मार्शल फहीम सैन्य अकादमी के पास अफगान सेना की बटालियन के परिसर में तड़के लगभग पांच बजे हमला हुआ, जो पांच घंटों तक जारी रहा।
दो आत्मघाती हमलावरों ने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया, जबकि सुरक्षाबलों की गोलीबारी में दो अन्य को मार गिराया गया।
वजीरी ने कहा, "आईएस का इस तरह के हमले करने का स्तर नहीं है। इस तरह के हमलों को हक्कानी अंजाम देता है।"
आईएस का कहना है कि उसके लड़ाकों ने अफगान सुरक्षाबलों के साथ गोलीबारी में खुद में विस्फोट कर दिया और अमाक पर जारी बयान में इस हमले को 'इन्घीमासी' कहा।
'इन्घीमासी' उन कट्टरपंथियों को कहा जाता है, जिन्हें आगे बढ़कर लड़ने लिए नियुक्त किया जाता है और वे बाद में आत्मघाती हमला कर देते हैं।
सोमवार को हुए इस आत्मघाती हमले से पहले शनिवार को काबुल में एंबुलेंस बम विस्फोट हुआ था, जिसमें 103 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक घायल हो गए थे।