इलाहाबादः गाली के बदले गाली मामले में मायावती को बैकफुट पर लाने वाली स्वाति सिंह के तेवर बीजेपी को भा गए हैं। यूपी में पार्टी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या के सोमवार को दिए बयान पर गौर करें, तो साफ लगता है कि आने वाले दिनों में स्वाति का बीजेपी में स्वागत हो सकता है। स्वाति ने इससे पहले रविवार को खुद कहा था कि वह कुछ वक्त तक एबीवीपी से भी जुड़ी रही हैं। जाहिर है, उनका बीता वक्त उनके भविष्य की राह तय करने में भी मदद कर सकता है।
केशव ने क्या कहा?
-यूपी बीजेपी अध्यक्ष ने स्वाति को तेजस्वी महिला करार दिया।
-उन्होंने दयाशंकर सिंह की पत्नी के संघर्ष की जमकर तारीफ की।
-केशव ने कहा कि जरूरी समझेंगे तो स्वाति को चुनाव भी लड़वाएंगे।
-उन्होंने कहा कि फिलहाल प्राथमिकता बीएसपी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर कार्रवाई कराना है।
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सवर्ण कार्ड खेलने की तैयारी
-स्वाति के जरिए बीजेपी अब सवर्ण वोटरों को पक्ष में करने की तैयारी कर रही है।
-मायावती के खिलाफ एक संघर्षशील चेहरा भी पार्टी को स्वाति सिंह में दिख गया है।
-दयाशंकर बीते करीब 25 साल से बीजेपी का हिस्सा थे, उनको बाहर करने के बदले स्वाति को पार्टी में जगह देने की मांग उठ रही है।
-इसी गुणा-गणित के तहत स्वाति ने बीजेपी नेतृत्व पर हमला नहीं किया।
इस गणित पर बीजेपी की नजर
-यूपी में सवर्ण वोटर करीब 18 फीसदी हैं।
-इनमें से 8 फीसदी ठाकुर हैं। स्वाति सिंह भी ठाकुर हैं।
फाइल फोटोः यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव मौर्या (बाएं) और स्वाति सिंह (दाएं)