लखनऊ: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने एक जून को मॉर्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिंग रेट (एमसीएलआर) बढ़ा दिया है, जिसके कारण लोन लेना महंगा हो गया है। यही नहीं, अब उन लोगों को भी ईएमआई ज्यादा देनी होगी जिनका लोन पहले से चल रहा है। एसबीआई ने एमसीएलआर में 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है।
मॉर्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिंग रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर सकता है RBI
एसबीआई ने ऐसा आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी के आने से कुछ दिन पहले किया है। इसके अलावा बैंक ने ब्याज दरों में दूसरी बार बढ़ोतरी की है। इससे पहले बैंक मार्च में भी एमसीएलआर में बढ़ोतरी कर चुका है। वहीं, एसबीआई और पीएनबी के इस कदम के बाद बाकी बैंक भी ऐसा कर सकते हैं।
साप्ताहिक समीक्षा: सेंसेक्स में 0.87 तो निफ्टी में 0.86 फीसदी की तेजी
वहीं, आरबीआई भी रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर सकता है क्योंकि कच्चे तेल और महंगाई दर लगातार बढ़ रही है। इसलिए अगर रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी हो जाती है तो इसके कारण होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन, एजूकेशन लोन, टू-व्हीलर लोन सहित अन्य सभी प्रकार के लोन की ईएमआई ज्यादा देनी होगी।
यही नहीं, अगर पेट्रोल-डीजल के दामों पर भी विराम नहीं लगा तो आरबीआई सख्त कदम उठाते हुए ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर देगा।