लखनऊ: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नागपुर में 'तृतीय वर्ष वर्ग' के समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे और स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे। ऐसे में यहां तैयारियां काफी जोर-शोर से हो रही हैं। पिछले कुछ दिनों से यह मामला काफी तूल पकड़े हुए है।
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दरअसल, मुखर्जी ने नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के मुख्यालय में होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार लिया, जिसके बाद से इस बात पर बहस जारी है कि एक कांग्रेसी नेता आरएसएस के कार्यक्रम में भाग लेने जा रहा है।
प्रणब मुखर्जी के अलावा ये हस्तियां भी RSS के समारोह में ले चुकी हैं भाग
वहीं, इस कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। ये समापन समारोह की जारी तैयारियों की तस्वीरें हैं। इसके अलावा इस मामले में आरएसएस के नेता नरेंद्र कुमार ने बयान जारी करते हुए कहा कि मुखर्जी द्वारा इस समारोह का निमंत्रण स्वीकार कर लेना और इसमें शामिल होना कोई 'आश्चर्यजनक' बात नहीं है।
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बयान के अनुसार, "जो भी संघ को जानते हैं या समझते हैं, यह उनके लिए आश्चर्यजनक या नया नहीं है। यह उनके लिए सामान्य है, क्योंकि आरएसएस प्रसिद्ध लोगों और सामाजिक सेवा से जुड़े लोगों को बुलाता रहता है। इस बार, आरएसएस ने डॉ. प्रणब मुखर्जी को निमंत्रण दिया है और यह उनकी महानता है कि उन्होंने यह निमंत्रण स्वीकार किया है।"
मुखर्जी 2012 में राष्ट्रपति बनने से पहले दशकों तक कांग्रेस से जुड़े रहे थे। संगठन ने कहा कि 25 दिवसीय 'तृतीय वर्ष वर्ग' प्रत्येक वर्ष नागपुर में मनाया जाता है, जिसमें पूरे देश से सदस्य प्रशिक्षण के लिए भाग लेते हैं।
पूर्व राष्ट्रपति जाकिर हुसैन, समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण, फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा समेत अन्य हस्तियां भी आरएसएस के समारोह में भाग ले चुकी हैं।
यही नहीं, भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भी साल 1962 में चीन के साथ युद्ध के दौरान आरएसएस की भूमिका को देखते हुए इसे 1963 में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था।