नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मंत्रियों की क्लास ली। मोदी की पाठशाला में सभी मंत्रालयों के कामों की समीक्षा हुई। इस समीक्षा में सड़क और परिवहन मंत्रालय के साथ ऊर्जा मंत्रालय का काम अव्वल रहा।
पीएम ने मांगा था प्रजेंटेशन
-पीएम मोदी ने गुरुवार को 'काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स' की बैठक ली थी।
-बैठक में संबंधित मंत्रालयों में चल रहे कामकाज के बारे में प्रज़ेंटेशन देने को कहा था।
-सभी मंत्रालयों ने अपने-अपने प्रजेंटेशन आर्थिक मामलों के सचिव को सौंप दी थी।
-ऐसा इसीलिए क्योंकि उन्हें यह समझना था कि किस मंत्रालय ने किस तरह दिए गए पैसे खर्च किए।
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सभी के लिए समय निर्धारित
बैठक में गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय को पांच मिनट, विदेश मंत्रालय को तीन तथा रक्षा और कार्मिक मंत्रालय को अपना पक्ष रखने के लिए दो-दो मिनट का समय मिला।
-केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अलग-अलग देशों को दी जा रही वीजा सहूलियतों के बारे में चर्चा की।
-गृह, वित्त, रक्षा, विदेश और कार्मिक पांच कोर मंत्रालय हैं।
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दूरसंचार की प्रगति से नाखुश
-पहली क्लास कृषि मंत्रालय की हुई।
-इसके संबंध में पीएम ने कहा, किसानों के लिए मंत्रालय अभी बहुत कुछ कर सकता है।
-इसका मतलब है कि पीएम कृषि मंत्रालय के काम से ज्यादा खुश नहीं हैं।
-पीएम दूरसंचार मंत्रालय के काम से भी ज्यादा खुश नहीं दिखे।
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स्वास्थ्य मंत्रालय को लेकर चिंता
-पीएम सबसे अधिक चिंतित स्वास्थ्य मंत्रालय के काम से थे।
-उनका कहना था आम आदमी का वास्ता सबसे ज़्यादा इसी मंत्रालय से होता है।
-पीएम ने अलग-अलग राज्यों में बनने वाले एम्स की प्रगति को लेकर भी कई सवाल किए।
-सबसे अधिक चर्चा चाइल्ड वेलफेयर मंत्रालय पर हुई।
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आईआईटी-आईआईएम बनने में देरी पर सवाल
-मानव संसाधन और विकास मंत्रालय की प्रगति से भी पीएम ज़्यादा प्रभावित नहीं दिखे।
-उन्होंने देश के कई शहरों में खुलने वाले आईआईटी और आईआईएम के बनने में हो रही देरी को लेकर कई सवाल पूछे।