मोदी ने UP के BJP सांसदों को डांटा कहा- अगली बार पूरी तैयारी से आएं

Update: 2016-03-15 13:24 GMT

नई दिल्ली/लखनऊ: पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को यूपी के बीजेपी सांसदों से गुफ्तगू कर रहे थे। इस दौरान मोदी ने खुद को वाराणसी के सांसद के तौर पर संबोधित किया।

पीएम के हर सवाल का जवाब बस चुप्पी

बैठक में पीएम मोदी का सवाल था कि आपके संसदीय क्षेत्र के कितने गांवों में प्रधानमंत्री विद्युतीकरण योजना के तहत बिजली पहुंची है और कितने में बाकी है। जवाब में पूरी तरह चुप्पी रही। मोदी को लगा कि शायद सांसद जवाब देने में हिचकिचा रहे हैं। उन्होंने कहा, घबराइए मत ये समझ के जवाब दें कि मैं पीएम नहीं वाराणसी का सांसद हूं। फिर भी कोई जवाब नहीं आया और न ही कोई हाथ उठे।

'जब मैं कंविंस नहीं, तो जनता को कैसे कंविंस करेंगे'

वाराणसी के सांसद का दूसरा सवाल था मोबाइल ऐप का फायदा कितने लोग उठाते हैं या इसका इस्तेमाल करते हैं। इस बार भी जवाब में कोई हाथ नहीं उठा। जवाब नहीं मिलने से मोदी झल्लाए और कहा अगली बार पूरी तैयारी से सभी लोग आएं। सवालों के जवाब तो पास होने ही चाहिए। जब मैं कंविंस नहीं तो जनता को कैसे कंविंस करेंगे। एक सांसद ने नाम नहीं छापने की शर्त पर newztrack.com को बताया कि वो अगली बार मोदी के सामने पूरी तैयारी के साथ जाएंगे और सभी सवालों का जवाब देंगे।

अमित शाह ने बताई सोशल मीडिया की ताकत

बैठक में प्रेसिडेंट अमित शाह ने सोशल मीडिया की ताकत बताई। साथ ही ये भी संकेत दिए कि यूपी विधानसभा चुनाव में इसकी भूमिका कैसी होने जा रही है। अमित शाह ने कहा कि सोशल साइट पर एमपी कम से कम 50 हजार लाइक और फॉलोवर्स तथा एमएलए 25 हजार का लक्ष्य रखें।

शाह ने कहा-जीत के लिए करें कड़ी मेहनत

अमित शाह 2014 लोकसभा चुनाव के करिश्मे को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भी दोहराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्याशी के चयन में भी उस व्यक्ति की सोशल मीडिया में सक्रियता को देखा जाएगा। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि जीत के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। इस बात पर मोदी ने भी मुहर लगाई कि जीत आसान नहीं, मेहनत की जरूरत है ।

अमित शाह ने जमीनी कार्यकर्ताओं से भी सोशल मीडिया से जुड़ने को कहा और बताया कि यूपी इलेक्शन के लिए सेपरेट विंग बनाएं।

बसपा-सपा से कड़ी टक्कर

यूपी में बीजेपी को समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से बड़ी चुनौती मिलने वाली है। दोनों से निपटना आसान नहीं होगा। दोनों दल पूरी तरह से चुनाव के मूड में हैं और उनकी तैयारी भी अच्छी है। चूकि विधानसभा चुनाव लोकल इश्यू पर होंगे इसलिए चुनौती और ज्यादा कड़ी है।

पीके को चुनौती देने की तैयारी

लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी और बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश के चुनाव प्रचार की रणनीति तय करने वाले प्रशांत किशोर को इस बार कांग्रेस ने हायर किया है। लोकसभा चुनाव में 'चाय पर चर्चा' प्रशांत के दिमाग की उपज थी। बिहार में नीतीश के लिए भी उन्होंने लुभाने वाले नारे गढ़े थे। प्रशांत के कारण कांग्रेस विश्वास से भरी है। प्रशांत के प्रचार के तरीके से पार पाना बीजेपी के लिए आसान नहीं होगा।

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