Lucknow News: लखनऊ नगर निगम में बजट को लेकर जमकर हंगामा: दो बार स्थगित हुआ सदन, महापौर और पार्षदों के बीच तनातनी
Lucknow News: सदन शुरू होने से पहले ही महापौर समर्थक और विरोधी बीजेपी पार्षदों के बीच तनातनी खुलकर सामने आ गई। पार्षदों में खेमेबंदी साफ नजर आ रही थी।;
Lucknow News: राजधानी में मंगलवार को नगर निगम मुख्यालय में बजट को लेकर हुई बैठक में जमकर हंगामा हुआ। बैठक के दौरान पार्षद निधि सहित अन्य मुद्दों पर भारी बहस और तीखी तकरार देखने को मिली। हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही को दो बार 10-10 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। सदन शुरू होने से पहले ही महापौर समर्थक और विरोधी बीजेपी पार्षदों के बीच तनातनी खुलकर सामने आ गई। पार्षदों में खेमेबंदी साफ नजर आ रही थी। इस दौरान बीजेपी पार्षद दल के उपनेता सुशील तिवारी मम्मी ने दोनों पक्षों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन किसी ने भी पीछे हटने को तैयार नहीं दिखा।
वहीं महापौर सुषमा खर्कवाल ने बैठक की शुरुआत में 10 मार्च को कार्यकारिणी बैठक के बहिष्कार पर पार्षदों से उसका कारण पूछा और यह भी जानना चाहा कि विकास कार्यों के अलावा अन्य मदों में राशि क्यों खर्च की गई। इस सवाल पर पार्षद भड़क गए और विरोध करने लगे, जिससे माहौल और गर्म हो गया।
सदन में नाराज हुए पार्षद
बीजेपी पार्षद मोंटी सिंह बाबा साहब की तस्वीर लेकर सदन पहुंचे और महापौर पर बजट में मनमानी करने का आरोप लगाया। उन्होंने सवाल उठाया कि जिन प्रस्तावों को कार्यकारिणी में पास नहीं किया गया, उन्हें संकल्प पत्र में क्यों रखा गया। मोंटी सिंह ने कहा कि कार्यकारिणी में सहमति प्राप्त बजट को बदलकर जो प्रस्ताव सदन में रखा गया, वह भ्रम फैलाने वाला है और जनता के साथ धोखा है। नाराजगी जाहिर करते हुए वह धरने पर बैठ गए और अन्य पार्षदों के साथ नारेबाजी शुरू कर दी।
कार्यकारिणी और सदन के बीच तालमेल की कमी पर सवाल
सदन में इस विरोध के बाद माहौल पूरी तरह से गर्मा गया। कई अन्य पार्षदों ने भी कार्यकारिणी और सदन के बीच तालमेल की कमी पर सवाल उठाए। उन्होंने मांग की कि बजट की बदली हुई प्रति को लेकर स्पष्ट जानकारी दी जाए और यह बताया जाए कि किनके कहने पर कार्यकारिणी के अनुमोदित बजट में संशोधन किया गया। वहीं बीजेपी पार्षद रघुनाथ शुक्ला ने भी बढ़ी हुई पार्षद निधि में मदों के निर्धारण को लेकर आपत्ति जताई।