वाराणसी: जेएनयू विवाद और रोहित वेमूला मामले में प्रख्यात कवि और गीतकार पद्मभूषण गोपाल दास नीरज केंद्र सरकार के पक्ष में दिखे। उन्होंने विपक्ष पर बेवजह इन मुद्दों को उठाकर छात्रों को गुमराह और सरकार को कमजोर करने का आरोप लगाया।
नीरज बीएचयू में आयोजित कवि सम्मेलन में हिस्सा लेने वाराणसी आए हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ बीएचयू के समाजवादी छात्र सभा के आधा दर्जन छात्र कवि सम्मेलन के स्टेज पर चढ़कर हंगामा करने लगे। छात्र संघ बहाली के नारे लगाने लगे। सुरक्षाकर्मियों ने स्टेज पर चढ़कर उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वे वहां से फरार हो गए।
बता दें कि दीक्षांत समारोह में पीएम की मौजूदगी में भी एक छात्र ने छात्र संघ की बहाली को लेकर नारा लगाया था। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
और क्या कहा नीरज ने
-शिक्षा के मंदिर में इस तरह के विवाद खड़ा कर देश को बांटने की कोशिश शर्मनाक है।
-विपक्ष अपनी भूमिका भूल चुका है।
-जेएनयू के विडियो में किसी तरह की कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।
कांग्रेस नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप
-नीरज ने कहा, कांग्रेस के गैर जिम्मेदार नेता देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
-कांग्रेस किसी न किसी मुद्दे को लेकर लगातार संसद नहीं चलने दे रही है जो देशहित में नहीं है।
असहिष्णुता पर भी बोले
-भारत में कहीं भी असहिष्णुता नहीं है।
-जिन्हें असहिष्णुता दिख रही है और पुरस्कार वापस करने का ड्रामा कर रहे हैं, वे लोग तब कहां थे जब कश्मीरी अपने ही देश में शरणार्थी बन कर जीने को मजबूर थे।
गोपाल दास नीरज ने कहा कि हिंदी साहित्य में काफी गिरावट आई है। पर उर्दू साहित्य सही दिशा में है।