मथुराः जवाहर बाग मामले में हर एक दिन नई जानकारियां सामने आ रही हैं। ताजा जानकारी ये है कि दो जून को एसपी मुकुल द्विवेदी को जब रामवृक्ष यादव के हथियारबंद लोगों ने घेर लिया, तो उनके साथ गई पुलिस फोर्स मौके से भाग निकली। एसओ फरह रहे संतोष यादव ने अपने कप्तान को बचाने की कोशिश की और उस दौरान शहीद हुए।
एसपी को घेरे जाते देख भागे पुलिसवाले
-सूत्रों के अनुसार एसपी मुकुल द्विवेदी को रामवृक्ष के लोगों ने घेर लिया।
-पत्थर लगने से उनका हेलमेट जमीन पर गिर गया था।
-जिसके बाद उन्हें घसीटकर कैंप में ले जाने की कोशिश हुई।
-ये देखते ही एसपी के साथ गए जवान भाग खड़े हुए।
-इसके बाद द्विवेदी को पीटा गया और सिर पर भारी पत्थरों से वार किया गया।
एसओ संतोष ने बचाने की कोशिश की
-सूत्रों के मुताबिक एसओ संतोष यादव ने एसपी को बचाने की कोशिश की थी।
-फोर्स के भागने के बाद भी संतोष मौके पर डटे हुए थे।
-उन्होंने हमलावरों पर पिस्टल से फायरिंग की।
-इसके बाद पेड़ पर चढ़े हमलावरों में से एक ने संतोष को गोलियां मारीं।
-संतोष का हमलावर लाल रंग की टी-शर्ट पहने हुए था।
कितने पुलिसवाले गए थे जवाहर बाग?
-उस दिन एसपी के साथ कुल 90 जवान जवाहर बाग गए थे।
-इनमें से सिर्फ 30 जवानों के पास ही रायफल थी।
-कई जवानों और अफसरों के मोबाइल और वायरलेस सेट लूटे गए थे।
-शहीद एसओ के भी सरकारी और निजी मोबाइल लापता हैं।