वाघेला ने लिया राजनीति से सन्यास, कहा- मैं कांग्रेस को 'मुक्त' करता हूं, किसी पार्टी में नहीं जाऊंगा

Update: 2017-07-21 09:23 GMT
वाघेला का खुलासा, कहा- कांग्रेस ने मुझे 24 घंटे पहले पार्टी से निकाला, विनाश काले विपरीत बुद्धि

अहमदाबाद: गुजरात में कांग्रेस को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा। लंबे समय से बागी तेवर अपनाए पार्टी के बड़े नेता शंकर सिंह वाघेला ने आखिरकार शुक्रवार को अपने जन्मदिन पर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया। उन्होंने इसके साथ ही खुद को सक्रिय राजनीति से अलग करने की बात कही।

शंकर सिंह वाघेला बोले, 'मैं कांग्रेस को अपने से मुक्त करता हूं। मैं बीजेपी या किसी दूसरे राजनीतिक दल में शामिल होने नहीं जा रहा हूं।' अपने भाषण के दौरान वाघेला ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी जमकर कोसा। इस बीच कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने भी स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्हें उत्तराखंड और हिमाचल के प्रभारी पद से मुक्त करने को कहा है।

किया शक्ति प्रदर्शन

इससे पहले, आज (21 जुलाई) को वाघेला ने जन्मदिन के बहाने अपने समर्थकों का जमावड़ा बुला शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान वाघेला ने बड़ा खुलासा किया है कि उन्हें कांग्रेस ने 24 घंटे पहले ही पार्टी से निकाल दिया है। वाघेला बोले, 'विनाश काले विपरित बुद्धि, लेकिन बापू रिटायर होने वाला नहीं है।'

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गुजरात कांग्रेस को बड़ा झटका

वाघेला के जन्मदिन के बहाने बुलाए इस कार्यक्रम में समर्थक नेता जुटे हैं। हालांकि, कांग्रेस ने अपने नेताओं से वाघेला के कार्यक्रम में जाने को मना किया है। बता दें, कि राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के लिए वाघेला गुट को जिम्मेदार माना जा रहा है। गौरतलब है कि इसी साल गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं उससे ठीक पहले राज्य में कांग्रेस को वाघेला के रूप में बड़ा झटका लगा है। वाघेला ने साफ कहा, कि 'क्रॉस वोटिंग में उनका कोई हाथ नहीं है बल्कि उन्होंने एनसीपी के नेताओं से भी मीरा कुमार के पक्ष में वोट कराया।'

डरी थी कांग्रेस, पता नहीं मैं क्या करने वाला हूं

पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच आज हुई जनसभा को संबोधित करते हुए वाघेला ने एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'अभी मैं कांग्रेस में हूं, लेकिन पार्टी ने 24 घंटे पहले ही मुझे निकाल दिया है। उन्हें डर था कि पता नहीं मैं क्या कहने वाला हूं...विनाशकाले विपरीत बुद्धि।' वाघेला बोले, 'वह आम लोगों के लिए सार्वजनिक जीवन से जुड़े हैं। वह लोगों के लिए 'नीलकंठ' बनने के लिए तैयार हैं।' उन्होंने कहा, 'भगवान शंकर ने मुझे विष पीना सिखाया है।' आगे उन्होंने कहा, कि अगर यही किस्मत में लिखा है तो वह लोगों के लिए जहर का घूंट पीने को तैयार हैं।

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