जोहानिसबर्गः पीएम मोदी ने अपने साउथ अफ्रीका दौरे में जोहानिसबर्ग के टिकेटप्रो डोम में भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पुराने रिश्तों को याद किया और कहा कि रंगभेद के खिलाफ भारत ने सबसे पहले साउथ अफ्रीका को गले लगाया था। भारतीय समुदाय से मोदी ने ये भी कहा कि वे भारत आएं और देखें कि उनकी सरकार भारत को विकास के रास्ते पर किस तरह ले जा रही है।
मोदी ने भारतीयों से क्या कहा?
-साउथ अफ्रीका में भारतीय मूल के करीब 12 लाख लोग रहते हैं।
-मोदी ने कहा कि हम सवा सौ करोड़ भारतीयों की जिंदगी में बदलाव के लिए काम कर रहे हैं।
-भारत अवसरों की धरती है, जो इनोवेट, ट्रेड और इन्वेस्ट करना चाहता है। हम इकोनॉमी में चमकता सितारा हैं।
-पूरी दुनिया हमारा परिवार है, साउथ अफ्रीका पवित्र धरती है और मंडेला की जन्मभूमि और महात्मा गांधी की कर्मभूमि है।
-साउथ अफ्रीका ने ही मोहनदास कर्मचंद गांधी को महात्मा बनाया था।
-रंगभेद के खिलाफ भारत ने ही सबसे पहले साउथ अफ्रीकी लोगों को गले लगाया था।
-आप जब चाहें, सोशल मीडिया से मुझसे जुड़ सकते हैं।
जैकब जुमा से भी मिले मोदी
इससे पहले प्रिटोरिया में पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को राष्ट्रपति जैकब जुमा से मिले। मोदी ने जुमा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन किया। सम्मलेन में दोनों देशों ने आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, सुरक्षा परिषद में सुधार जैसे मुद्दों पर एक साथ आगे बढ़ेंगे।
क्या कहा पीएम मोदी ने ?
-पीएम मोदी ने कहा, दोनों देशों के बीच सदियों पुराने राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध हैं।
-दोनों देशों ने उपनिवेशवाद, नस्लीय भेदभाव के खिलाफ एक साथ लड़ाई लड़ी है।
-राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और द. अफ्रीका के रंगभेदी आंदोलन के नायक नेल्सन मंडेला इसके सर्वोच्च उदाहरण हैं।
-पीएम मोदी ने कहा, गोवा में इस साल के अंत में होने वाले 'ब्रिक्स सम्मेलन' में वे राष्ट्रपति जुमा की मेजबानी करेंगे।
-उन्होंने दोनों देशों के उद्योगों और कंपनियों में सीधे संपर्क को और बढ़ाने का आह्वान किया।
-एनएसजी में भारत के समर्थन के लिए मोदी ने जुमा का धन्यवाद दिया।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2016
हम एक-दूसरे के पूरक
-पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे संघर्ष हमारी सामरिक साझेदारी के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं।'
-उन्होंने कहा कि खनिज, खनन, रसायन और औषधि के क्षेत्र में हमारे आगे व्यापार और निवेश संबंधों का विस्तार करने की क्षमता है।
-पीएम मोदी ने आगे कहा, हमारी क्षमता और व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में हमारी जरूरत, एक-दूसरे की पूरक है।
कई मंचों पर दोनों साथ-साथ
-दोनों देश कई बहुपक्षीय मंचों ब्रिक्स, इब्सा, जी-20 और बेसिक के सदस्य हैं।
-इससे पहले अफ्रीका के लघु उद्यम मंत्री कोएना मसाबने ने वाटरक्लूफ एयरबेस पर पीएम मोदी की अगवानी की।
-गौरतलब है कि द. अफ्रीका में 12 लाख भारतीय मूल के लोग हैं।
जुमा बोले- द. अफ्रीका मोदी का दूसरा घर
-राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा, पीएम मोदी के लिए द. अफ्रीका दूसरा घर है।
-जुमा ने कहा, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दोनों देश वीजा नियमों में आसानी लाएंगे।
-उन्होंने बताया, सौ से ज्यादा भारतीय कंपनियां द. अफ्रीका के आर्थिक विकास में उल्लेखनीय योगदान दे रही हैं।
-भारत द. अफ्रीका का छठवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।