BRD कॉलेज के निलंबित प्राचार्य बोले- मैं बेकसूर, सारा दोष सप्लायर कंपनी का
लखनऊ: गोरखपुर के बीआरडी कॉलेज अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला अब भी जारी है। इंसेफ्लाइटिस की वजह से रविवार (13 अगस्त) को भी एक 4 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। बीते तीन दिनों में मौत का आंकड़ा 68 तक पहुंच गया है। इस मेडिकल कॉलेज अस्पलाल के प्रिसिंपल राजीव मिश्रा को शनिवार को निलंबित कर दिया गया था। एक खबरिया चैनल से बातचीत में उन्होंने खुद को बेकसूर बताते हुए सारा दोष ऑक्सीजन सप्लायर कंपनी को दिया।
ये भी पढ़ें ...प्रेस कांफ्रेंस में CM योगी बोले- मौत के दोषियों की सजा होगी मिसाल
बता दें, कि शनिवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बीआरडी अस्पताल के प्रिसिंपल को गैर जिम्मेदाराना रवैए के लिए सस्पेंड कर दिया था। इस पर प्रिसिंपल राजीव मिश्रा का कहना है कि 'सरकार को जो कार्रवाई करनी थी उसने की, लेकिन इस मामले में मेरा कोई कसूर नहीं है।' मिश्रा बोले, कि 'ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स के साथ आठ साल अनुबंध था। उसे ऑक्सीजन की सप्लाई करनी चाहिए थी।'
ये भी पढ़ें ...गोरखपुर मामले पर कांग्रेस ने योगी से पूछा- बताएं अभी कितने और बच्चे मरेंगे
आगे की स्लाइड में पढ़ें पूरी खबर ...
'मेरी कोई गलती नहीं'
सारा दोष ऑक्सीजन सप्लायर कंपनी पर मढ़ते हुए राजीव मिश्रा ने कहा, कि 'अगर सीएम योगी आदित्यनाथ इस मामले की ठीक से जांच करेंगे, तो उन्हें सच पता चलेगा कि मेरी कोई गलती नहीं है। उन्होंने कहा, कि स्वास्थ्य मंत्री ने शनिवार को जो बयान दिया था वह ठीक है। अस्पताल में अगस्त के माह में ज्यादा मौतें होती हैं।'
कमीशन की मांग का आरोप गलत
राजीव मिश्रा ने गैस आपूर्ति करने वाली कंपनी के आरोपों को नकारते हुए कमीशन के खेल को सरासर गलत बताया। गौरतलब है, कि 'कंपनी की ओर से आरोप लगाया गया था, कि अस्पताल के प्रिसिंपल की ओर से कमीशन की मांग की गई थी। कमीशन ना देने पर गैस कंपनी ने भुगतान में देरी का आरोप लगाया था।