CM योगी आदित्यनाथ बोले- आजादी दिलाने वाले महापुरुष होंगे पाठयक्रम का हिस्सा
लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुहेलदेव विजयोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, कि स्व. अशोक सिंघल की स्पष्ट भावना थी, कि 'इस देश के अंदर अलग-अलग क्षेत्रों के उन महापुरुषों को सम्मान मिले, जिन्होंने इस मातृभूमि के लिए अपना त्याग और बलिदान किया।'
सीएम ने आगे कहा, 'जो लोग अलाउद्दीन खिलजी, बाबर, मोहम्मद गौरी और औरंगजेब से अपना संबंध जोड़ना चाहते हैं। मैं समझता हूं कि ऐसे लोगों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।' सीएम चौक स्थित कन्वेंशन सेंटर में हिन्दू विजयोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
पाठयक्रम में महाराज सुहैलदेव को शामिल करेंगे
महाराज सुहैलदेव का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि उन्होंने तीन लाख लोगों की सेना का मुकाबला किया। उन्हें हम लोगों ने भुला दिया। पाठयक्रम में महाराज सुहैलदेव को शामिल करेंगे। आजादी दिलाने वाले महापुरुष पाठयक्रम का हिस्सा होंगे।
'सिंघल जी की सीख अभी भी बरकरार'
सीएम योगी ने कहा, कि 'सिंघल जी हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी सीख अभी भी बरकरार है। श्रावस्ती के कार्यक्रम में गया था तब मुझे पता चला, कि कैसे हमें हमारे महापुरुषों से दूर कर रखा गया है।'
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विदेशी चाहते थे मठों को नष्ट कर दो
योगी ने कहा, कि 'सनातन हिन्दू धर्म को नष्ट करना है तो यहां के मठों को नष्ट कर दो, इस देश को क्षेत्र और जाति के नाम पर विभाजित कर दो। फिर इस देश को लूटो, यह विदेशी चाहते थे। महाराज सुहैलदेव ने यह समझा।'
इतिहास से छेड़छाड़ का दुष्प्रभाव पड़ेगा
सीएम ने आगे कहा, कि जब भी हम अपने इतिहास के साथ छेड़छाड़ करेंगे। समाज पर उसका दुष्प्रभाव पड़ेगा। महाराज सुहैलदेव को जो सम्मान प्राप्त होना चाहिए था। वह नहीं मिला।
सरकार का पिछलग्गू बनना पड़ता है
सीएम आदित्यनाथ बोले, 'स्मारक बनाने के लिए हमें सरकार का पिछलग्गू बनना पड़ता है। जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया, सरकार उनके बारे में काम कर रही है। इसको सभी पाठयक्रम में जोड़ा जाएगा।'
जो कौमें अपने इतिहास की रक्षा नहीं कर सकती..
सीएम ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आपके बीच आनंद की अनुभूति हो रही है। श्रावस्ती के एक कार्यक्रम का जिक्र करते हुए योगी ने कहा, कि 'जो कौमें अपने इतिहास की रक्षा नहीं कर सकती, वह अपने भूगोल को संजो नहीं सकती।' उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए इतिहास को तोड़ा मरोड़ा गया।
संघ निस्वार्थ भाव से काम कर रहा
राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) का जिक्र करते हुए योगी ने कहा, कि 'संघ निस्वार्थ भाव से काम कर रहा है। फिर भी लोग उस पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाते हैं। बच्चों को क्रांतिकारियों और शहीदों के बारे में जानकारी होनी चाहिए।'
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