संजय तिवारी
लखनऊ: यूपी में नगर निकाय चुनाव की रणभेरी बजने वाली है। चुनाव की तिथियों के बारे में राज्य सरकार आज (25 अक्टूबर) देर रात तक अपना प्रस्ताव चुनाव आयोग को देने वाली है। संभवतः गुरुवार तक तीनों चरणों के लिए तिथियों के बारे में तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी। प्रथम चरण 19 नवम्बर को संभावित है।
इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग 27 अक्टूबर को अधिसूचना जारी कर सकता है। पूरी चुनावी प्रक्रिया पहली दिसम्बर तक निपटाने का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। लखनऊ जिले में पड़ने वाले नगर निगम व नगर पंचायतों का चुनाव पहले चरण में होगा। आयोग अपने कार्यक्रम को अंतिम रूप देने में जुटा है।
नगरीय निकाय चुनाव प्रदेश में इस बार तीन चरणों में कराए जाएंगे। वर्ष 2012 के नगरीय निकाय चुनाव चार चरणों में कराए गए थे। हालांकि, प्रदेश सरकार नगरीय निकाय चुनाव एक या दो चरणों में ही कराना चाहती थी, लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने सुरक्षा व शांति-व्यवस्था को देखते हुए इसे तीन चरणों में कराने का मन बनाया है। इसी को लेकर आयोग अपना कार्यक्रम भी तैयार कर रहा है। माना जा रहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से 27 अक्टूबर को अधिसूचना जारी की जाएगी और पहली दिसम्बर को मतगणना कराकर पूरी चुनावी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
आयोग ने जो तैयारी की है कि उसके तहत प्रथम चरण का मतदान 22 या 23 नवम्बर को, द्वितीय चरण का मतदान 25 या 26 नवम्बर को तथा तीसरे व अंतिम चरण का मतदान 28 या 29 नवम्बर को कराया जाएगा। हालांकि, एक विश्वस्त सूत्र का कहना है कि ये तिथियां तीन दिन पहले की भी हो सकती हैं। यानी प्रथम चरण 19 को, द्वितीय चरण 23 को और तृतीय चरण के चुनाव 27 या 28 को हो सकते हैं।
ऐसी खबर है, कि लखनऊ नगर निगम व जिले में पड़ने वाली आठ नगर पंचायतों का चुनाव भी पहले चरण में होने की संभावना है। इन तीनों चरणों में प्रदेश के सभी 18 मंडलों में मतदान कराया जाएगा और इसके लिए चरणवार मंडल के जिलों को विभाजित किया गया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि पुलिस बल को उसी मंडल में रखते हुए पास के जिलों में भेजा जा सके। यदि प्रदेश को तीन चरणों में विभाजित किया जाता तो पुलिस बल को लाने ले जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। फिलहाल आयोग ने अपना कार्यक्रम लगभग तैयार कर लिया है, बस उसे सुरक्षा की दृष्टिगत शासन से भी हरी झंडी मिलने का इंतजार है। अभी तक यह माना जा रहा है कि अधिसूचना 27 अक्टूबर को जारी होगी। 4 दिसम्बर से पहले हर हाल में नतीजे भी आ जाएंगे।
बीजेपी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो पार्टी हर दशा में यूपी की नगर निकायों पर जीत की जुगत में है, ताकि गुजरात चुनाव पर इस जीत का असर दिखाया जा सके। इसीलिए चुनाव परिणाम की तिथि ऐसी रखी जा रही है जिससे गुजरात को सन्देश दिया जा सके। यही वजह है कि बीजेपी के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल खुद राज्य मुख्यालय पर ही जमे हुए हैं। बुधवार को उन्होंने कई दौर की बैठकें भी की। जिसमें इस चुनाव की तैयारियों और रणनीति पर व्यापक विमर्श हुआ।
पार्टी का यह मानना है कि यूपी में नगर निकायों पर बीजेपी की विजय का सीधा असर गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनावों पर पड़ना है। ऐसे में पार्टी किसी प्रकार की जोखिम नहीं छोड़ना चाहती। सूत्रों का कहना है, कि चुनाव की अधिसूचना 27 अक्टूबर को जारी हो जाएगी। तीन चरणों में नवंबर में चुनाव होंगे और गुजरात चुनाव से लगभग एक सप्ताह पूर्व यहां के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।